नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है। आज नवरात्रि का आठवां दिन यानि महाअष्टमी है। आज के दिन मां महागौरी की पूजा विधि-विधान से की जाती है और कन्या पूजन भी कराया जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के स्वरुपों की पूजा कर अष्ट्मी और नवमी का महत्व ज्यादा माना गया है।
महागौरी की पूजा से आयु, सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है। कष्ट और दुख दूर होते हैं। बैल पर सवार मां महागौरी सफेद वस्त्र धारण करने वाली चतुर्भुज देवी हैं। नवरात्रि में उपवास रखने वाले भक्त आज महागौरी और कन्या पूजन कर अपने व्रत का पारण करेंगे।
दुर्गा अष्टमी 2023 शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 28 मार्च मंगलवार को शाम 07 बजकर 02 मिनट से शुरु हुई है और 29 मार्च को रात 09 बजकर 07 मिनट पर इस तिथि का समापन होगा। आज प्रात:काल से लेकर देर रात 12 बजकर 13 मिनट तक शोभन योग है, वहीं रवि योग रात 08 बजकर 07 मिनट से 30 मार्च को प्रात: 06 बजकर 14 मिनट तक है। आज प्रात: 06 बजकर 15 मिनट से सुबह 08 बजकर 01 मिनट तक भद्रा है।
मां महागौरी की पूजा विधि
नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर मां महागौरी की पूजा की जाती है। पूजन से पहले स्नान करके पीले वस्त्र पहन लें। इसके बाद मां के सामने दीपक जलाएं और उनका ध्यान करें। पूजा में मां गौरी को सफेद या पीले फूल अर्पित करें। फूल अर्पित करने के बाद इनके चमत्कारी मंत्रों का जाप करें। अष्टमी और नवमी तिथि कन्या पूजन का संकल्प लें करके देवी मां की पूजा करें और प्रसाद में खीर, पूरी हलवा, नारियल से मां का भोग लगाएं। अष्टमी और नवमी तिथि पर नौ कन्याओं के साथ एक छोटे बालक को भी भोज कराने की परंपरा है। दुर्गा स्वरूप इन कन्याओं को खीर, पूरी, चने, हलवा आदि का सात्विक भोजन कराएं। कन्याओं को भोजन कराने के बाद प्रदक्षिणा कर उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें और यथाशक्ति वस्त्र,फल और दक्षिणा देकर विदा करें ।
मां महागौरी पूजा मंत्र
ओम देवी महागौर्यै नमः पूजा के समय में इस मंत्र का जाप करें।
What’s your Reaction?
+1
+1
2
+1
+1
+1
+1
+1