नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। आज 28 अगस्त को सावन माह का आखिरी यानि आठवां सोमवार है। दरअसल, श्रावण मास में पड़ने वाले सभी सोमवार का सनातन धर्म में अत्यधिक महत्व होता है।
वहीं, ज्योतिाचार्यों के अनुसार बताया गया है कि सावन में शिव चालीसा का पाठ करने सभी भगवान शिव की विशेष कृपा बरसती है। तो आइये जानते हैं शिव चालीसा पाठ करने के नियमों के बारे में…
ऐसे करें पूजा-अर्चना
सोमवार के दिन सुबह उठकर स्नान के बाद व्रत और शिवजी की पूजा का संकल्प लें। सुबह शुभ मुहूर्त में किसी शिव मंदिर में जाकर या घर ही शिवलिंग की विधि पूर्वक पूजा अर्चना करें। इसके बाद भगवान शिव शम्भू को को चंदन, अक्षत, सफेद फूल, बेलपत्र, भांग की पत्तियां, शमी के पत्ते, धतूरा, भस्म और फूलों की माला अर्पित करें।
इसके बाद शिव जी को शहद, फल, मिठाई, शक्कर, धूप-दीप अर्पित करें। शिव चालीसा का पाठ और सोमवार व्रत कथा का पाठ करें। आखिर में शिवलिंग के समक्ष घी का दीपक जलाएं और भगवान शिव की आरती करें।
शिव चालीसा पाठ के नियम
शिव चालीसा पाठ करने के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनकर पूर्व दिशा की ओर मुख कर बैठ जाएं। भगवान शिव की मूर्ति स्थापित करें और उसके समक्ष घी का दीपक जलाएं।
मूर्ति के पास तांबे के लोटे में साफ जल में गंगाजल मिलाकर रख दें। इसके बाद भगवान शिव का ध्यान करें और श्रीगणेश का श्लोक का जाप करें। इसके बाद शिव चालीसा का पाठ पढ़ना शुरू करें।
शिव चालीसा का पाठ
॥ दोहा ॥
जय गणेश गिरिजा सुवन,मंगल मूल सुजान।
कहत अयोध्यादास तुम,देहु अभय वरदान॥
चौपाई
जय गिरिजा….जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
॥दोहा॥
नित्त नेम उठि प्रातः ही,पाठ करो चालीसा।
तुम मेरी मनोकामना,पूर्ण करो जगदीश॥
मगसिर छठि हेमन्त ॠतु,संवत चौसठ जान।
स्तुति चालीसा शिवहि,पूर्ण कीन कल्याण॥
What’s your Reaction?
+1
+1
1
+1
+1
+1
+1
+1