- हिफ्ज करने पर सात बच्चों को बांधी गई दस्तार
जनवाणी संवाददाता |
नजीबाबाद: मदरसा दारूलउलूम जामियातुल फलाह हर्सवाड़ा में आयोजित दस्तारबंदी कार्यक्रम में कुरआन हिफ्ज करने वाले बच्चों की दस्तारबंदी उलेमाओं की मौजूदगी में की गई। इस मौके पर बच्चों को कुरान की तालीम देने पर बल दिया।
जमीअत उलेमा-ए हिन्द के अध्यक्ष मौलाना अशहद रशीदी ने अपने बच्चों को कुरआन की तालीम देने इस्लाम के मुताबिक जिंदगी गुजारने, पूरी दुनिया में प्यार और मोहब्बत का पैमान देने पर जोर दिया। मदरसे के संस्थापक मुफ्ती अरशद की देखरेख में आयोजित दस्तारबंदी कार्यक्रम में बोलते हुए मशहूर आलिमेदीन मौलाना शम्सुददीन चतुर्वेदी ने कहा कि कुरआन अल्लाह की किताब है इसकी हिफाजत की जिम्मेदारी भी अल्लाह ने ली है।
उन्होंने सभी से अपने बच्चों को पहले कुरआन की तालीम दिलाने का आहवान किया। दस्तारबंदी के दौरान उलेमाओं ने वसीम रिजवी द्वारा कुरआन की आयतो के बारे में गलत बयानबाजी करने को नापाक हरकत बताया। इस दौरान मौ. इमरान, मौ. मुसीब, मौ. अशहद, मौ. फरमान, मौ. अमान, मौ. असजद को कुरआन हिफ्ज़ करने पर दस्तार बांधी गई।
कारी इकबाल की अध्यक्षता व मुफ्ती असद के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में मौलाना असलम कासमी, मौलाना मौ. ईसा, मुफ्ती सज्जाद, मौलाना इमरान, मौलाना सलीम, कारी अतहर, काजी आईएच जकी, मोलाना बिलाल आदि मौजूद रहे।