जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: हिन्दू धर्म में भगवान गणेश को सुख-समृद्धि के देवता माना जाता है। किसी भी मांगलिक कार्यक्रम या धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत श्रीगणेश के साथ होती है। मान्यता है कि बिना गणेश पूजन के कोई भी शुभ कार्य सफल नहीं हो पाता है। इसलिए सबसे पहले गणेश जी की पूजा करनी चाहिए।
हर वर्ष फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। इस बार विनायक चतुर्थी 23 फरवरी 2023 को है। इस दिन भगवान श्रीगणेश की विशेष पूजा अर्चना की जाती है।
सुबह मुहूर्त
शुभ योग- 22 फरवरी 2023, रात 11.47 – 23 फरवरी 2023, रात 08.58
शुक्ल योग- 23 फरवरी 2023, रात 08.58 – 24 फरवरी 2023, शाम 06.48
रवि योग- 23 फरवरी 2023, शाम 06.57 – 24 फरवरी 2023, प्रात: 03.44
विनायक चतुर्थी व्रत पूजा विधि
विनायक चतुर्थी के दिन सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करें। स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। भगवान गणेश को स्नान कराएं। स्नान के बाद भगवान गणेश को साफ वस्त्र पहनाएं। भगवान गणेश को सिंदूर का तिलक लगाएं। गणेश भगवान को दूर्वा अति प्रिय होता है। भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करना चाहिए। गणेश जी को लड्डू, मोदक का भोग लगाएं। गणेश जी की आरती करें।
विनायक चतुर्थी का महत्व
सनातन धर्म में विनायक चतुर्थी का विशेष महत्व होता है। इस दिन गणेश जी की पूजा करने से सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। भगवान गणेश की पूजा करने से कार्यों में किसी भी तरह की कोई रुकावट नहीं आती है।