- पानी प्रकरण: चार दिन बाद भी बोरिंग का काम नहीं हो सका शुरू
- सभी सबमर्सिबल और नलकूप के पानी की होगी जांच
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: नगर के मोहल्ले में मरीजों की संख्या में तो कमी आई है। मगर पेजयल व्यवस्था का समाधान नहीं हो पा रहा है। नगर पालिका द्वारा बस्ती में टैंकरों के माध्यम से पानी पहुंचाया जा रहा है। जिसके चलते लोगों को पानी के लिए परेशानी कासामना करना पड़ रहा है। कमरानवाबान मोहल्ले में उल्टी दस्त की बीमारी ने लोगों में दहशत बना रखी है। लोगों का कहना है कि दूषित पानी के सेवन से बीमारी फैल रही है। जिसके चलते नगर पालिका ने बस्ती में लगे सबमर्सिबल को बंद कर दिया था। इस कारण बस्ती में टंकी की सप्लाई बंद है।
पालिका द्वारा 8 स्थानों पर टैंकर लगाकर लोगों को पानी मुहैया कराया जा रहा है। मगर उससे समस्या खत्म नहीं हो रही है। पानी ढोने में लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। चार दिन बाद भी नए सबमर्सिबल के बोरिंग का काम शुरू नहीं हो सका। जिसके चलते माना जा रहा है कि सबमर्सिबल लगने में अभी कई दिन लगने वाले हैं। नगर पालिका अहतियातन कस्बे में लगे सभी सबमर्सिबल व नलकूपों के पानी के सैंपल जांच के लिए भेजी। ताकि अन्य किसी भी इलाके में इस तरह की समस्या पैदा न हो। इसके अलावा गुरुवार को भी विशेष सफाई अभियान जारी रहा।
स्वास्थ्य विभाग की टीम भी डोर-टू-डोर सर्वे में लगी रही। बस्ती में कैंप लगाकर 42 मरीजों का उपचार किया गया। जिनमें चार मरीज उल्टी-दस्त के सामने आए। दो मरीजों को सीएचसी में भर्ती कराया। हालांकि हालत में सुधार होने पर उन्हें घर भेज दिया गया। फिलहाल बस्ती के लोग पानी संकट से जूझ रहे हैं। सीएचसी प्रभारी डा. संदीप गौतम ने बताया कि आज 4 मरीज उल्टी दस्त के मिले थे। दो मरीज सीएचसी में भर्ती किए गए थे। तबीयत ठीक होने पर उन्हें घर भेज दिया गया। चार लोगों के स्टूल टेस्ट को सैंपल भेजे गए हैं।