- बुधवार देर रात मौसम ने बदली करवट
- शहरवासियों को गर्मी से मिली राहत
- बिजली आपूर्ति बंद होने से लोगों को हुई परेशानी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दिनभर भीषण गर्मी से लोग जूझ रहे थे, लेकिन अचानक रात्रि नौ बजे शहर का तापमान बदल गया। पहले तेज हवा चली, फिर बारिश शुरू हो गई। बारिश और तेज हवाएं साथ-साथ चलती रही। इसके बाद पूरे शहर की बिजली आपूर्ति भी बंद कर दी गई। इसके बाद रात्रि देर रात तक बारिश का रुक-रुक कर सिलसिला चलता रहा, जिसके बाद मौसम सुहाना हो गया। लोगों ने गर्मी से बड़ी राहत महसूस की। बारिश शहर भर में चली, हालांकि बारिश तेज नहीं थी, लेकिन धीमी बारिश से भी बड़ी राहत जनता को गर्मी से मिली हैं।
मगर जिस तरह से पूरा दिन गर्मी से तप रहा था उससे अवश्य ही राहत मिली है। तेज हवाएं भी चली जिसके चलते शहर भर की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई थी, जो देर रात तक चालू नहीं की गई। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बारिश के साथ आई तेज हवा से आम को भारी नुकसान हुआ हैं। हालांकि देर रात 12 बजे बारिश और हवा दोनों बंद हो गई, जिसके बाद मौसम में थोड़ी ठंड महसूस की गई।
उधर, बुधवार रात अचानक हुई झमाझम बारिश से लोगों को जानलेवा गर्मी से तो राहत मिल गई, लेकिन बत्ती गुल होने की वजह से यह आफत में तब्दील हो गई। शहर के सभी इलाकों में बारिश आने के साथ ही बत्ती काट दी गई। कई इलाकों में रात 12:00 बजे तक भी लाइट नहीं आई थी। लाइट न आने की वजह से लोग बेहाल रहे। कई लोग बिजलीघरों पर पहुंच गए, लेकिन वहां पर स्टाफ नहीं मिला। बिजलीघर का ताला डालकर स्टाफ वहां से निकल गया था। बगैर लाइट के लोगों के लिए रात काटना किसी सजा से कम नहीं था। लाइट न होने की वजह से लोग बिजली अफसर और सरकार को कोसते नजर आए।
पिछले कुछ महीनों से सूरज की तपिश व उमस झेल रहे शहरवासियों को बुधवार रात को राहत मिली, जब अचानक मौमस ने करवट ली और झमाझम बारिश हुई। इसके बाद बारिश से मौसम खुशगवार हो गया। चिलचिलाती धूप व गर्मी से बेचैन शहरवासियों के चेहरे बारिश से खिल उठे। बुधवार की रात से अचानक बरसात शुरू हुई, जो कुछ घंटों तक लगातार जमकर बरसी। लगातार पड़ रही जून माह में भीषण गर्मी से बुधवार की शाम राहत दिखाई दी तेज आंधी के साथ मौसम में एकाएक परिवर्तन हुआ
और लोगों को गर्मी से राहत मिली। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले दो-तीन दिन बारिश होने की संभावना है। बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। जिसके चलते लोग गर्मी से राहत तो महसूस करेंगे ही साथ ही साथ बीमारी के प्रकोप से भी बचेंगे। राजकीय मौसम वैधशाला पर दिन का अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। अधिकतम आर्द्रता 44 एवं न्यूनतम आर्द्रता 36% दर्ज की गई है।
गर्मी का कहर जारी, दो की मौत
गर्मी का कहर जारी है। गर्मी के कहर के चलते बुधवार को दो लोगों की मौत हो गयी। सदर बाजार थाना के रजबन इलाके में पेट्रोल पंप के समीप एक रिक्शा चालक की हीट स्ट्रोक से मौत हो गयी। इसके अलावा मौत की दूसरी वारदात दिल्ली रोड पर फैज-ए-आम कालेज के सामने हुई। जहां एक शख्स ने गर्मी चलते बगलिया इलाके में दम तोड़ दिया। यादराम निवासी लक्ष्मणपुरी थाना ब्रह्मपुरी रिक्शा चलाता है। बुधवार दोपहर वह सवारी लेकर रजबन आया था। सवारी उतारने के बाद वह पेट्रोल पंप के समीप पेड़ की छांव में बैठकर पसीना सूखा रहा था।
आसपास के लोगों ने बताया कि अचानक ही वह बैठे-बैठे पीछे की ओर गिर पड़ा। पहले जब लोग तेजी से दौड़कर उसके समीप पहुंचे तो शरीर निर्जीव हो चुका था। हादसे की सूचना लोगों ने डायल 1112 पर दी तो मौके पर सदर बाजार पुलिस पहुंच गयी। पुलिस ने उसके पास मिले सामान के आधार पर उसके घर वालों तक हादसे की सूचना दी गयी। सूचना मिलते ही रोते बिलखते परिजन मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पुलिस से पोस्टमार्टम न कराए जाने का आग्रह किया। बाद में पुलिस ने लिखा पढ़ी कर शव परिजनों को सौंप दिया।
दूसरी घटना बुधवार शाम फैज-ए-आम कालेज के सामने बगलिया इलाके में हुई। लोगों ने बताया कि देखने में भिखारी नजर आ रहा एक शख्स स्मैक पी रहा था। स्मैक का नशा करने के बाद वह वहीं समीप ही लेट गया, लेकिन उठा नहीं। लोगों ने पास जाकर देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।
डीएम ने लू से बचाव के लिए नागरिकों को तरीके बताये
जिलाधिकारी/अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण दीपक मीणा ने बताया कि लू से जन-हानि भी हो सकती है। इसके असर को कम करने के लिए और लू से होने वाली मौत की रोकथाम के लिए सावधानियां बरतें। कड़ी धूप में बाहर न निकले, खासकर दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक के बीच में बाहर न निकलें। जितनी बार हो सके पानी पियें, प्यास न लगे तो भी पानी पियें, हल्के रंग के ढीले-ढाले सूती कपड़े पहनें। धूप से बचने के लिए गमछा, टोपी, छाता, धूप का चश्मा, जूते और चप्पल का इस्तेमाल करें, सफर में अपने साथ पानी रखें, शराब, चाय, कॉफी जैसे पेय पदार्थों का इस्तेमाल न करें यह शरीर को निर्जलित कर सकते हैं।
अगर आपका काम बाहर का है तो, टोपी, गमछा या छाते का इस्तेमाल जरूर करे और गीले कपड़े को अपने चेहरे, सिर और गर्दन पर रखें। अगर आपकी तबीयत ठीक न लगे या चक्कर आएं तो तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करें, घर में बना पेय पदार्थ जैसे कि लस्सी, नमक चीनी का घोल, नीबू पानी, छाछ आम का पना इत्यादि का सेवन करें, जानवरों को छांव में रखें और उन्हे खूब पानी पीने को दें। अपने घर को ठंडा रखें, पर्दे, शटर आदि का इस्तेमाल करे। रात में खिड़कियां खुली रखें। फैन, ढीले कपडे का उपयोग करें। ठंडे पानी से बार बार नहाएं।
डीएम ने बताया कि धूप में खड़े वाहनों में बच्चों एवं पालतू जानवरों को न छोड़े। खाना बनाते समय कमरे के दरवाजे के खिड़की एवं दरवाजे खुले रखें जिससे हवा का आना जाना बना रहे, नशीले पदार्थ शराब तथा एल्कोहल के सेवन से बचे, उच्च प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने से बचें। बासी भोजन न करें, खिड़की को रिफ्लेक्टर जैसे एल्युमीनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि से ढक कर रखें ताकि बाहर की गर्मी को अन्दर आने से रोका जा सके। उन खिड़कियों व दरवाजों पर जिनसे दोपहर के समय गर्म हवाएं आती है, काले पर्दे लगाकर रखना चाहिए।
स्थानीय मौसम के पूर्वनुमान को सुनें और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क रहें। आपत स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण ले। बच्चों व पालतू जानवरों को कभी भी बंद वाहन में अकेला ना छोडे। जहां तक संभव हो घर ने ही रहें तथा सूर्य के सम्पर्क से बचें। सूर्य के ताप से बचने के लिए जहाँ तक संभव हो घर की निचली मंजिल पर रहे। संतुलित, हल्का व नियमित भोजन करें। घर से बाहर अपने शरीर व सिर को कपड़े या टोपी से ढक कर रखें।