जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: उत्तर पश्चिम भारत के पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और मैदानी इलाकों में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। कई स्थानों पर तेज आंधी, तूफान और बिजली के साथ बारिश हो रही है। इसी तरह पूर्वोत्तर भारत में भी कई जगहों पर भारी वर्षा दर्ज की गई है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले चार से पांच दिनों के दौरान इन क्षेत्रों में मौसम का यह रुख बना रहेगा। साथ ही, अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह, पश्चिम भारत, मध्य भारत और दक्षिणी प्रायद्वीपीय राज्यों में भी गरज, बिजली और बारिश की गतिविधियाँ जारी रहने की संभावना है।
सावधानी की अपील
मौसम विभाग ने किसानों, यात्रियों और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी है। बिजली गिरने की घटनाओं के चलते लोगों से खुले इलाकों और पेड़ों के नीचे न जाने की अपील की गई है। पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की आशंका के चलते पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को सावधानी बरतने को कहा गया है।
प्रभावित क्षेत्र
उत्तर पश्चिम भारत: जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश के साथ तेज हवाएँ चल रही हैं।
पूर्वोत्तर भारत: असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और नागालैंड में भारी वर्षा के कारण कई जगहों पर जलभराव और सड़क यातायात बाधित हुआ है।
मौसम विभाग ने क्या जानकारी दी?
दरअसल,पूर्वी भारत के ज्यादातर इलाकों में भीषण गर्मी और लू चल सकती है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को बताया कि सुबह 8:30 बजे तक पिछले 24 घंटे के दौरान जम्मू-कश्मीर, हरियाणा चंडीगढ़, मराठवाड़ा, मेघालय, तेलंगाना में अलग-अलग स्थानों पर 60-70 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चलीं।
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर हवा की गति 30-60 किमी प्रति घंटे रही।
इन जगहों पर गिर सकते हैं ओले
पश्चिमी मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, असम और मेघालय, त्रिपुरा, निकोबार द्वीप समूह और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की गई। वहीं, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर ओले भी गिरे।
इन जगहों पर होगा सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर
आईएमडी ने बताया कि पंजाब के ऊपर निचले क्षोभमंडल में चक्रवाती परिसंचरण के रूप में एक पश्चिम विक्षोभ सक्रिय है। उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान के ऊपर दो अलग-अलग चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति बनी हुई है। बिहार, झारखंड और असम में भी मौसम संबंधी कुछ ऐसी प्रणालियां बनी हुई हैं।
इनके प्रभाव से 13 मई को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पूर्वी राजस्थान में, 16-17 मई को हिमाचल प्रदेश और 14 मई को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और गरज व बिजली के साथ छिटपुट से मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है।
पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम?
दूसरी ओर कोंकण और गोवा में 13 और 4 मई को, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में 14-16 मई के दौरान 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं जिनकी गति बढ़कर 50 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकता है। इसके अलावा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में मंगलवार को 50-60 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे तक की तेज हवाएं चलने की संभावना है।
पूर्वी और मध्य भारत
मौसम विभाग के मुताबिक, 12 और 13 मई को छत्तीसगढ़ में गरज, बिजली और 60 किमी प्रति घंटे के हवा के झोकों के साथ अलग-अलग स्थानों पर बारिश हो सकती है। 16 मई तक मध्य प्रदेश, 13-15 मई के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, 16 मई को झारखंड, 15-16 मई तक झारखंड, बिहार और 14 मई को ओडिशा में 50 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चल सकती हैं और भारी वारिश भी हो सकती है।
यहां भारी बारिश होने की संभावना
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय में 16 मई तक, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 15 मई तक गरज, बिजली और तेज हवाएं के साथ व्यापक रूप से भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। 13 मई को मेघालय में वर्षा की मात्रा अत्यधिक रहने की संभावना है।
IMD ने दी लू, गर्मी और आर्द्र मौसम की चेतावनी
14-18 मई के दौरान पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश, 14 व 15 मई को उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और 15 मई के गंगा के तटीय इलाओं, 13-15 मई के दौरान झारखंड में भीषण गर्मी पड़ने और लू चलने की संभावना है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में आज से 16 मई तक बिहार में गर्म और आर्द्र मौसम बना रहेगा और 13 मई को पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर रात के समय भी भीषण गर्मी की संभावना है।
वहीं, आज से पश्चिम राजस्थान के कई इलाकों में लू चल सकती है और पारा 2-3 डिग्री तक चढ़ सकता है। बीकानेर और जोधपुर समेत सीमावर्ती क्षेत्रों में 44-45 डिग्री सेल्सियस तक अधिकतम तापमान जा सकता है।
कुछ स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की गई
दक्षिण पश्चिम मानसून निर्धारित समय और तरीके से आगे बढ़ रहा है। इसके प्रभाव से पिछले 24 घंटों के दौरान निकोबार द्वीप समूह में व्यापक वर्षा के साथ-साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की गई। मंगलवार तक अंडमान सागर, दक्षिण बंगाल की खाड़ी और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई हैं। इसके असर से अगले 24 घंटे के दौरान निकोबार द्वीप समूह में वर्षा की गतिविधि में वृद्धि होने की संभावना है, जो व्यापक वर्षा में बदल जाएगी और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी।
त्रिपुरा में तूफान ने भारी तबाही मचाई
पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा में तूफान ने भारी तबाही मचाई है। बीते रविवार और सोमवार को तेज हवा और बारिश के साथ आए तूफान ने राज्यभर में 1,800 से अधिक घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया और लगभग एक हजार लोगों को विस्थापित कर दिया। भारतीय मौसम विभाग के अगरतला केंद्र ने त्रिपुरा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें अगले चार दिनों तक भारी बारिश, आंधी-तूफान, बिजली गिरने और तेज़ हवाओं की संभावना जताई गई है।