Saturday, July 12, 2025
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तरल आहार में क्या लें

Sehat


नीतू गुप्ता |

पानी की हमें प्रतिदिन आवश्यकता रहती है लेकिन कितना पानी हमें लेना चाहिए, इस बारे में कम लोग जानते हैं। पानी के स्थान पर अन्य कौन से तरल पदार्थ लेकर हम पानी की कमी को पूरा कर सकते हैं, इस बारे में भी लोग अभी कम जानते हैं। हमें प्रतिदिन 8 से 10 गिलास पानी चाहिए। यदि साधारण पानी इतना नहीं पी पाते हैं तो अन्य कुछ तरल पेय लेकर इस कमी को पूरा कर सकते हैं।

सब्जियों का जूस
सब्जियों का ताजा जूस सेहत के लिए भी अच्छा है और स्वाद की दृष्टि से भी अच्छा है। पानी का यह एक बेहतर आप्शन है। सब्जियों का जूस आप घर पर भी निकाल कर पी सकते हैं और बाजार में भी पी सकते हैं। डिब्बाबंद जूस न पिएं। उसमें नमक की मात्रा अधिक होती है और प्रिजर्वेटिव्स भी होेते हैं जो नुक्सान पहुंचाते हैं। आप सब्जियों के जूस में सीजनल सब्जियों का जूस पी सकते हैं जैसे गाजर, अदरक, टमाटर, चुकन्दर, खीरा, घीया आदि। इसमें पानी की कमी भी पूरी होगी और उचित पोषण और मिनरल्स भी मिलेंगे।

सब्जियों का सूप
ताजी सब्जियों का सूप सेहत के लिए अच्छा है और पानी की कमी को भी पूरा करता है। सीजनल सब्जियों का ताजा सूप घर पर बनाकर लिया जा सकता है। गाजर, शलगम, पालक, टमाटर, अदरक, घीया, टिंडा, मटर आदि सब्जियों का सूप लें। विटामिन्स और मिनरल्स की कमी को भी पूरा करेगा।

पानी
पानी तो सबसे बेहतरीन चीज है अपने शरीर को तंदुरुस्त रखने के लिए। अधिक ठंडा पानी शरीर को नुक्सान पहुंचाता है। सर्दियों में थोड़ा गुनगुना पानी अच्छा होता है और गर्मियों के लिए मटके का ठंडा पानी उत्तम होता है। पानी पीते समय यह ध्यान दें कि पानी साफ होना चाहिए। गंदा पानी लाभ के स्थान पर शरीर को हानि पहुंचा सकता है। घर पर वॉटर प्यूरिफायर लगवाएं आफिस, स्कूल, बाहर जाते समय पानी साथ लेकर जाएं। गर्मियों में पानी में नींबू का रस निचोड़कर भी पी सकते हैं।

ताजे फलों का रस
कैंड, टिंड जूस के पैकेट ताजे फलों का रस नहीं होते। ताजे फलों को धोकर काटकर जूस निकाला जाए, वही फलों का रस सेहत के लिए अच्छा होता है क्योंकि फलों का शुगर खून में जल्दी घुल जाता है और लाभ तुरंत पहुंचाता है। वैसे फल खाना सेहत के लिए उत्तम होता है जूस के बजाय पर कुछ लोग फल नहीं खा सकते तो वे दिन में जूस ले सकते हैं। डायबीटिज रोगियों को फलों का जूस बिना डाक्टर के पूछे नहीं लेना चाहिए।

हर्बल टी
स्वास्थ्य के प्रति जागरुक लोग अब हर्बल टी का अधिक सेवन करने लगे हैं। हर्बल टी में पिपरमेंट होने के कारण डाइजेशन सिस्टम ठीक रहता है और पेट में अफारा की समस्या को बढ़ने नहीं देता। चाहें तो आप दिन में एक या दो कप ग्रीन टी भी ले सकते हैं।


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