तेजी से करियर ग्रोथ पाने के लिए कर्मचारी समय की परवाह नहीं करते और कई-कई घंटे आॅफिस में बिताते हैं। कंपनी से छुट्टी मिलने के बाद भी कम छुट्टी लेने की क्या वजह हो सकती हैं, आइए जानते हैं…
द हॉलिडे गिल्ट सिंड्रोम : चाहे सरकारी कंपनी के एंप्लॉयी हों या प्राइवेट के… सभी लोग बड़ी तादाद में द हॉलिडे गिल्ट सिंड्रोम के शिकार होते हैं। ऐसे लोग या तो योजना बनाकर छुट्टी लेते हैं या लेते ही नहीं। ऐसे लोग जब छुट्टी लेने के बारे में सोचते हैं, तो उस समय उनके पास कई असाइनमेंट्स होते हैं जिन्हें कंपनी के फायदे और करियर के लिहाज से पूरा करना जरूरी होता है। ऐसे में वे इन्हें पूरा करने के लिए रुक जाते हैं, तो छुट्टी लेने का वक्त निकाल जाता है। ऐसे लोग छुट्टी लेते भी हैं तो जल्दी से जल्दी आॅफिस में लौट आते हैं।
प्रॉजेक्ट पूरा करने की चिंता : हर कोई चाहता है कि उनको मिला असाइनमेंट समय पर पूरा हो जाए जिसके लिए वे बिना रुके लगातार काम करते जाते हैं। लेकिन होता यह है कि एक असानइमेंट पूरा होते ही ऐसे लोगों को तुरंत दूसरा असाइनमेंट मिल जाता है जिससे छुट्टी मिलने का समय नहीं मिल पाता। कई बार आॅफिसों में यह भी देखने में आया है कि आॅफिस में मेहनती लोगों को काम के बाद काम मिलता चला जाता है, जिससे वे छुट्टी लेने की प्लानिंग ही नहीं कर पाते जबकि कामचोर लोग खूब छुट्टी भी लेते हैं और उनको काम की भी फ्रिक नहीं होती।
डे आफ्टर टूमॉरो डिसऑर्डर: भारत में डे आफ्टर टूमॉरो डिसऑर्डर से ग्रसित लोगों की संख्या भी अच्छी खासी है। यह स्थिति तब और भी भयानक हो जाती है जब कई कोशिशों के बाद भी काम पूरा नहीं हो पाता। ऐसे में आदमी डिप्रेस्ड भी हो सकता है। समय बीतने के साथ ही काम समाप्त करने की डेडलाइन भी नजदीक आ जाती है। डेडलाइन की चिंता में व्यक्ति काम ही खत्म नहीं कर पाता, जिससे छुट्टी लेने का वक्त नहीं मिल पाता है।
बॉस का काम का रोना : बॉस का हमेशा काम का रोना भी एंप्लॉयी को छुट्टी कम लेने के लिए बाध्य करता है। अगर बॉस डिपार्टमेंट में हमेशा यह कहता रहे कि काम बहुत ज्यादा है, कैसे किया जाए तो इस वजह से भी इंप्लॉयी छुट्टी नहीं ले पाते हैं।
आगे बढ़ने की होड़ : आज के जमाने में तेजी से आगे बढ़ने की प्रतिस्पर्धा में लंबी छुट्टी लेना बेहद मुश्किल हो जाता है। दरअसल, अगर कोई एंप्लॉयी बहुत दिन छुट्टी पर रहता है तो उसका सहकर्मी उसके काम पर होल्ड कर लेता है। फिर जरूरी नहीं है कि उससे वह काम वापस लिया जा सके। यह वजह भी एंप्लॉयी को छुट्टी कम लेने के लिए बाध्य करती है।