नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक अभिनन्दन और स्वागत है। आइये जानते है मासिक शिवरात्रि के बारे में…मासिक शिवरात्रि आज है। आज ही के दिन यानि कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को हर महीने मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव की अराधना की जाती है। मासिक शिवरात्रि को रात्रि प्रहर की पूजा का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को रखने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। तो चलिए जानते हैं मासिक शिवरात्रि का महत्व और पूजन विधि…
चैत्र मासिक शिवरात्रि पूजा मुहूर्त
चैत्र मासिक शिवरात्रि पूजा का मुहूर्त देर रात 12 बजकर 04 मिनट से 12 बजकर 52 मिनट तक है। ऐसे में इस दिन निशिता काल में पूजा के लिए करीब 47 मिनट तक का शुभ मुहूर्त है।
मासिक शिवरात्रि का महत्व
कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि भगवान शिव की प्रिय तिथि माना जाता है। इस दिन विधि पूर्वक पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। साथ ही भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं। शिवरात्रि पर व्रत पूजन करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और सकारात्मकता का संचार होता है। वहीं समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए शिवरात्रि के दिन शिवलिंग का रुद्राभिषेक करना बहुत शुभ फलदायी माना जाता है।
मासिक शिवरात्रि पूजा विधि
मासिक शिवरात्रि के दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नानादि करें। इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा भी करनी चाहिए।, फिर शिव जी के समक्ष पूजा स्थान में दीप प्रज्वलित करें।, यदि घर पर शिवलिंग है तो दूध, और गंगाजल आदि से अभिषेक करें।, शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा आदि अवश्य अर्पित करें।, पूजा करते समय नम: शिवाय मंत्र का उच्चारण करते रहें।, अंत में भगवान शिव को भोग लगाएं और आरती करें।