- यूपी से किसी को 16 साल बाद मैनेजर बनने का प्राप्त हुआ सौभाग्य
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: इंग्लैंड और आयरलैंड टूर के लिए मेरठ निवासी डा. युद्धवीर सिंह भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजर बनाए गए हैं। यूपी से 16 साल बाद किसी को मैनेजर बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इससे पहले राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला व ज्योति बाजपेयी भारतीय टीम के मैनेजर रह चुके हैं।
बता दें कि युद्धवीर सिंह मेरठ कॉलेज में प्रोफेसर हैं और वह कॉलेज के प्राचार्य रह चुके हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व सचिव रहे हैं और वर्तमान में एसोसिएशन में निदेशक हैं। इस बड़ी उपलब्धि पर डॉ. युद्धवीर सिंह ने कहा कि बीसीसीआई व यूपीसीए ने उन्हें एक अवसर दिया है। कोशिश होगी यूपी को इससे फायदा मिले।
शिक्षक और प्रशासक, दोनों में अव्वल साबित हुए युद्धवीर
मेरठ: दुनिया सीमित नही है यह उन लोगों पर सटीक बैठती है जिनके मन मे कुछ अलग करने की इच्छा शक्ति होती है। ऐसे ही लोग जब बुलंदियों पर जाते है तब लोग यही कहते हैं देखते-देखते कैसे लोग सफलता की सीढ़ियां चढ़ जाते हैं। जी हां! जिन लोगो ने वेस्ट यूपी के सबसे बड़े कॉलेज मेरठ कॉलेज के प्रोफेसर युद्धवीर सिंह से अर्थशास्त्र पढ़ी होगी वो अब अपने गुरुजी को टीम इंडिया के मैनेजर के रूप में देख कर खुश हो रहे होंगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने टीम इंडिया के मैनेजर की जिम्मेदारी सौंपी है। वो 23 जून को आॅयरलैंड जाने वाले हैं।
मुरादाबाद के युद्धवीर सिंह बचपन से क्रिकेट के शौकीन मिजाज रहे हैं। गली मोहल्ले में खेलने वाले युद्धवीर सिंह ने वर्ष 2000 में जब मेरठ कॉलेज में अर्थशास्त्र के प्रवक्ता के रूप में नौकरी शुरू की तब किसी ने क्या खुद इन्होंने नही सोचा था कि एक दिन शिक्षक के साथ दुनिया के सबसे अमीर और ताकतवर क्रिकेट बोर्ड से जुड़ने का मौका मिल जाएगा। जहां चाह है
वहां राह है कि तर्ज पर युद्धवीर सिंह को 2005 में मेरठ जिला क्रिकेट संघ से जुड़ने का मौका मिला और सचिव पद की जिम्मेदारी संभाली। क्रिकेट के प्रति जुनून यही से शुरू हुआ और 2007 में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की वर्किंग कमेटी में शामिल कर लिए गए।
इसके बाद किस्मत ने उनको पीछे मुड़ कर देखने नही दिया। 2015 में इनको यूपीसीए का सयुंक्त सचिव बनाया गया। 2016 में यूपीसीए का सचिव बनाया गया। ये काफी महत्वपूर्ण और रुतवे वाला पद माना जाता है। एक ओर जहां क्रिकेट में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल रही थी वहीं मेरठ कॉलेज में 2018 से लेकर 2021 तक प्राचार्य की जिम्मेदारी भरा पद संभाला।
प्रो. युद्धवीर ने विक्टोरिया पार्क की किस्मत बदल दी और यूपीसीए से जुड़ने के बाद तमाम बड़े टूर्नामेंट आयोजित करवाये और देश के नामी खिलाड़ियों से सुसज्जित टीमों ने विक्टोरिया पार्क में मैच तक खेले। व्यवहार कुशल और सख्त प्रशासक के रूप में इनको सफल शिक्षक और क्रिकेट प्रशासक के रूप में में जाना जाता है।
जैसे ही मेरठ कॉलेज में युद्धवीर सिंह के टीम इंडिया के मैनेजर के रूप में आॅयरलेंड जाने की सूचना मिली शिक्षकों में खुशी लहर दौड़ पड़ी। उन्होंने बताया कि 23 जून से 12 जुलाई तक के दौरे पर पहली बार मैनेजर के रूप में जा रहा हूं। डा. युद्धबीर सिंह ने कहा कि बीसीसीआई की ओर से मिली यह जिम्मेदारी उनके लिए वाकई बड़ी जिम्मेदारी है। उन्हें यह मौका पहली बार मिला है और वह अपने अनुभव से टीम इंडिया के मैनेजर के तौर पर बेहतरीन कार्य करने की कोशिश करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह उनके लिए भी सम्मान की बात है और उत्तर प्रदेश और मेरठ के लिए भी बड़ी बात है कि यहां से टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व मैनेजर के तौर पर भी होगा। भारतीय क्रिकेट टीम में मेरठ के खिलाड़ियों ने हमेशा से ही दमदार प्रदर्शन किया है। साथ ही यह जिम्मेदारी मिलने के लिए उन्होंने बीसीसीआई के वाइस प्रेसीडेंट राजीव शुक्ला और सचिव जय शाह का आभार व्यक्त किया।