- लिपिक पर एक किसान से अवैध वसूली का आरोप
- एसडीओ के आश्वासन के बाद किसानों ने धरना स्थगित किया
जनवाणी ब्यूरो |
नजीबाबाद: भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों व क्षेत्रीय ग्रामीणों ने विद्युत वितरण खंड कार्यालय पर अधिशासी अभियंता के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करते हुए बिजली विभाग में एक लिपिक पर अवैध वसूली करने का आरोप लगाते हुए लिपिक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे सस्पेंड करने की मांग की। किसानों ने अधिशासी अभियंता के अवकाश पर होने के कारण एसडीओ का घेराव किया। एसडीओ के आश्वासन के बाद किसानों ने धरना स्थगित कर दिया।
शनिवार को भारतीय किसान यूनियन को एक किसान से 13785 रूपए की अवैध वसूली पता चलने पर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले तमाम किसान विद्युत वितरण खंड कार्यालय नजीबाबाद में एकत्रित हो गए और उन्होंने अवैध वसूली के विरोध में सांकेतिक धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और कर्मचारियों के विरुद्ध प्रबंध निदेशक पश्चिमांचल मेरठ को संबोधित ज्ञापन एसडीओं को देकर कठोर कार्यवाही की मांग की।
भाकियू नेता बाबूराम तोमर, जय सिंह, राजीव राठी, सरदार संदीप सिंह, बाबूराम तलान आदि के नेतृत्व में कई दर्जन किसानों ने धरना स्थल पर कहा कि विद्युत चोरी चेकिंग के नाम पर किसानों व अन्य लोगों से विजिलेंस टीम और क्षेत्रीय जे ई फर्जी तरीके से चेकिंग रिपोर्ट भरने के नाम पर अवैध वसूली करते हैं और जो लोग इनकी मांग पूरी नहीं करते उन उपभोक्ताओं के विद्युत उपकरणों की जांच किए बगैर ही भारी भरकम लोड डाल कर चेकिंग रिपोर्ट भर दी जाती है।
इसके बाद किसान और अन्य उपभोक्ताओं को भारी जुमार्ना दिखाकर खंड कार्यालय में तैनात खंड निर्धारण लिपिक भारीभरकम बिल निर्धारण रिपोर्ट बना दी जाती है बाद में जो लोग सांठ गांठ कर लेते है उनका मामला ले देकर रफा दफा कर दिया जाता है।
किसान नेता बाबूराम तोमर ने कहा कि सादात पुर निवासी किसान नीटू सिंह सहित कई अन्य किसानों का सामने आया जिसमें 9 सितंबर को विजिलेंस टीम ने चेकिंग में भारीभरकम विद्युत भार भरकर उनकी खंड कार्यालय को रिपोर्ट भेज दी इसके बाद बिल निर्धारण लिपिक ने नीतू सिंह का 95 हजार का जुमार्ना जमा करने के लिए चालान बनाया आरोप है कि उसके बाद उस किसान से 25हजार लेकर 11215 रुपए की रसीद बना दी तथा शेष 13785 रूपए की धनराशि किसान को वापस नहीं कर हड़प कर ली। यह सूचना मिलते ही किसानों ने खंड कार्यालय पर धरना प्रदर्शन कर एसडीओ प्रथम विकास कुमार का घंटों घेराव कर सम्बंधित लिपिक को रिश्वतखोरी करने सस्पेंड करने की मांग की और अन्य किसानों से नियमानुसार बिल निर्धारण करा कर मामला निपटाने की मांग की।
जिसपर एसडीओ विकास कुमार ने अधिशासी अभियंता के छुट्टी से आने पर कार्यवाही कराने और अवैध रूप से रखी गई धनराशि वापस कराने का आश्वासन दिया तब जाकर बाबूराम तोमर ने धरना प्रदर्शन खत्म करने की घोषणा की। धरना प्रदर्शन में चौधरी कामेंद्र सिंह, जगदीश सिंह, प्रधान देवेंद्र सिंह, कुंवर सिंह, दिलावर सिंह, रजनीश कुमार, सुमित कुमार,भानु प्रताप, आदि दर्जनों किसानों ने विद्युत विभाग में व्याप्त अनियमिताओं के विरोध में नारेबाजी की। वहीं किसान यूनियन ने पश्चिमांचल विद्युत निगम के प्रबंध निदेशक व एसडीएम को भी उक्त ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है।