जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: महाराष्ट्र की सियासी लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुकी है। आज इस मामले में सुनवाई भी होनी है। ऐसे में शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केस जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। दोनों पक्षों की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दिग्गजों की फौज खड़ी की गई है। शिंदे और ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट में अपना-अपना पक्ष रखने के लिए ऐसे वकीलों को चुना है, जिनकी दलीलों को काटना किसी के लिए भी मुश्किल होता है।
ऐसे पहुंचा सुप्रीम कोर्ट में पूरा मामला
महाराष्ट्र में छाए सियासी संकट के बीच एकनाथ शिंदे गुट सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। शिंदे की ओर से उनको विधायक दल के नेता के पद से हटाए जाने, बागी विधायकों को नोटिस दिए जाने और डिप्टी स्पीकर द्वारा अविश्वास प्रस्ताव खारिज किए जाने को लेकर याचिका दायर की है। दरअसल, बगावत के बाद शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को पद से हटाकर अजय चौधरी को विधायक दल का नेता बनाया है। वहीं डिप्टी स्पीकर के खिलाफ शिंदे गुट की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिसे डिप्टी स्पीकर ने खारिज कर दिया था। वहीं शिंदे गुट के बागी विधायकों का कहना है कि डिप्टी स्पीकर की ओर से भेजे गए नोटिस अवैध हैं।
एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से यह नामीगिरामी वकील करेंगे बहस
सुप्रीम कोर्ट के जजों के सामने मजबूती से दलीलें पेश करने के लिए एकनाथ शिंदे गुट ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। उनकी ओर से वकीलों की लिस्ट में पहला नाम नामी वकील हरीश साल्वे का है। वहीं शिंदे गुट ने भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल और मशहूर वकील मुकुल रोहतगी को भी केस की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके अलावा मनिंदर सिंह और महेश जेठमलानी भी शिंदे गुट की तरफ से जिरह करेंगे।
उद्धव ठाकरे ने भी उतारी बड़े वकीलों की फौज
उधर, सीएम उद्धव ठाकरे भी इस केस को हारना नहीं चाहते हैं। ऐसे में उन्होंने अपने केस की जिम्मेदारी दिग्गज अभिषेक मनु सिंघवी को सौंपी है। वहीं जाने माने वकील कपिल सिब्बल भी उद्धव ठाकरे की ओर से कोर्ट में उनका पक्ष रखेंगे। इसके अलावा राजीव धवन और देवदत्त कामत भी दलील पेश करेंगे।
डिप्टी स्पीकर की तरफ से भी बड़े वकील
महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल ने भी अपना पक्ष रखने के लिए जाने माने वकील रवि शंकर जांध्याल को जिम्मेदारी सौंपी है। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच आज इस मामले में सुनवाई करेगी।