जनवाणी संवाददाता|
मेरठ: नकली एनसीईआरटीसी की किताबों के मुद्दे को लेकर सपा नेता आक्रामक हो गए हैं। सपा नेता व कार्यकर्ता सोमवार को जेल चुंगी स्थित पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए।
यहां से सपाइयों का कमिश्नरी चौराहे तक पैदल मार्च था। पैदल मार्च जैसे ही आरंभ किया, तभी जेल चुंगी से पहले ही पैदल मार्च निकाल रहे सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक लिया।
पुलिस ने कहा कि शहर में धारा 144 लागू है तथा इसका उल्लंघन हुआ तो तमाम प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद जेल रोड पर ही सपा कार्यकर्ता सड़क के बीचोबीच धरना देकर बैठ गए।
करीब घंटे भर तक सपाइयों का हंगामा चलता रहा। इसके बाद सपा नेताओं ने एसीएम को मांग पत्र सौंपा, जिसके बाद ही सपा कार्यकर्ता वापस लौट गए।
सपाइयों की मांग थी कि एनसीईआरटीसी की नकली किताबे भाजपा नेता छपवा रहे थे। प्रत्येक भाजपा नेता को इसकी जानकारी थी, मगर फिर भी नकली किताबों का गोरखंधंधा चल रहा था।
सपाइयों ने इसमें एक भाजपा विधायक के पुत्र की भी संलिप्ता बताते हुए गिरफ्तारी की मांग की। कहा कि भाजपा महानगर उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता ही नहीं, बल्कि दर्जन भर भाजपा नेता किताबों के इस गोरखधंधे में शामिल है। उन सभी की जांच होनी चाहिए, जिसके बाद ही इनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
भाजपा नेता संजीव गुप्ता व उसके भतीजे को गिरफ्तार करने की मांग भी की गई। सपाइयों ने कहा कि किताबों का गोरखधंधा सौ करोड़ से ज्यादा का है, जिसमें रासुका लगाई जानी चाहिए।
इस प्रकरण में भाजपा सांसद, विधायक व संगठन पदाधिकारियों की संलिप्ता है, जिनकी जांच होनी चाहिए। यही नहीं, सपा ने पुलिस की मौजूदगी से आरोपी संजीव गुप्ता कैसे भाग गया? इसमें पुलिस की भूमिका भी संदेह के दायरे में है। इसकी जांच कर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।
नकली पुस्तक प्रकरण में फैक्ट्री में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीबीआर कब्जे में लेकर जांच की जाए, जिसमें यह पता चलेगा कि कौन-कौन भाजपा नेताओं का इस फैक्ट्री में आना जाना था। करीब घंटे भर तक सपाइयों ने सड़क के बीच में बैठकर हंगामा काटा। इसके बाद ही यह मांग पत्र एसीएम को सौंपा।
ज्ञापन सौंपने वालों में अतुल प्रधान, संजीव यादव, विपिन भडाना,संजीव गुप्ता, महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी, सैय्यद रिहाजुद्दीन, आदिल सिद्दकी आदि सपा नेता मौजूद थे।