जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज यानि शुक्रवार से उत्तर प्रदेश में तीन दिनों की ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट आयोजित हो रही है। इस समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। समिट के माध्यम से करीब 25 लाख करोड़ रुपये के निवेश के करार पर मुहर लगनी है। इस इंवेस्टमेंट से दो करोड़ लोगों को रोजगार मिलने की संभावना जताई जा रही है।
लखनऊ पहुंचे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंवेस्टर समिट में शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री का विमान 9: 25 पर अमौसी एयरपोर्ट पर उतरा और यहां से वह सीधे कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हो गए।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में पहुंच चुके हैं। कार्यक्रम में मौजूद मंत्रियों व अफसरों ने उनका स्वागत किया।
#WATCH | Reliance Industries CMD Mukesh Ambani at UP Global Investors Summit 2023 in Lucknow pic.twitter.com/yxPo1BcHx1
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 10, 2023
2018 में 4.68 लाख करोड़ के हुए थे करार
2018 में लखनऊ इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ था। उसमें 4.68 लाख करोड़ के करार हुए थे। वर्ष 2023 की इस समिट में 17.12 लाख करोड़ रुपये के एमओयू का लक्ष्य तय किया गया था, पर अब 25 लाख करोड़ के एमओयू साइन होने का अनुमान है। इस कार्यक्रम की समाप्ति 12 फरवरी को होगी। इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल होंगी।
विदेश से निवेश के लिए 7.12 लाख करोड़ के 108 एमओयू साइन
- 25 सेक्टरों में निवेश के लिए योगी सरकार ने नई नीतियां लागू की हैं।
- इन्वेस्टर्स समिट के लिए 16 देशों के 20 शहरों में मंत्री समूह ने रोड शो किए हैं।
- विदेश से यूपी में निवेश के लिए 7.12 लाख करोड़ रुपये के 108 एमओयू साइन हुए हैं।
- देश के प्रमुख शहरों में रोड शो से नौ लाख करोड़ के एमओयू साइन हुए।
सरकार के मंत्री अमेरिका, ब्राजील, यूरोप, लंदन, सिंगापुर व ऑस्ट्रेलिया तक गए। निवेश नहीं मिला तो देश के अलग-अलग शहरों में जा पहुंचे। बनारस में भी उद्यमियों से एमओयू पर हस्ताक्षर करवा लिया होगा। सरकार बताए किस औद्योगिक नीति के तहत निवेश कराया जा रहा है। उद्यमियों को कितनी छूट दी जा रही है।
योगी बोले, प्रदेश बीमारू राज्य से उभरकर एक उद्यम प्रदेश बन रहा है
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज से पूरी दुनिया यूपी के विकास की नई कहानी देखेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश बीमारू राज्य से उभरकर एक उद्यम प्रदेश और विकसित अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर हो रहा है। सुदृढ़ कानून-व्यवस्था, विकास की बड़ी परियोजनाओं के मामले में प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे कनेक्टिविटी के साथ निवेश के बेहतरीन गंतव्य और पर्यटन के लिए जाना जाता है। किसानों और युवाओं ने जिस तेजी के साथ विकास की गति को आगे बढ़ाया है वह प्रदेश को नये भारत के नये उत्तर प्रदेश के रूप में स्थापित कर रहा है। विकास कार्यों की 159 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण इसका गवाह है।
ये हैं पार्टनर कंट्री
यूके, जापान, साउथ कोरिया, नीदरलैंड, सिंगापुर, मारीशस, डेनमार्क, आस्ट्रेलिया, यूएई, इटली।
ये उद्योगपति समिट में रहेंगे मौजूद
रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी, टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन, आदित्य बिड़ला ग्रुप के कुमार मंगलम बिड़ला, महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा, वेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल और हीरानंदानी ग्रुप से जुड़े दिग्गज उद्योगपति मौजूद रहेंगे।
इस समिट में मैन्युफैक्चरिंग, फार्मास्युटिकल एवं मेडिकल, नवीनीकरण ऊर्जा, टेक्सटाइल, टूरिज्म, वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक, शिक्षा, हेल्थकेयर, आईटी एंड इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में भारी निवेश की संभावना है।
समिट लखनऊ के वृंदावन योजना के विशाल मैदान में आयोजित हो रही है। उद्घाटन सत्र में पीएम मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खास तौर से मौजूद रहेंगे। इसके अलावा तीन दिन की समिट में गृहमंत्री अमित शाह व अन्य केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, हरदीप पुरी, अश्विनी वैष्णव सहित केंद्र और प्रदेश सरकार के तमाम मंत्री शामिल होंगे।