जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर कड़े प्रहार किए। उन्होंने कहा कि बिहार में बेईमानी से भाजपा गठबंधन सरकारी बनी है। बड़े पैमाने पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया है।
100 से कम वोटों के अंतराल से महा गठबंधन के प्रत्याशियों का हारना प्रश्न चिह्न खड़ा कर रहा है। वह ब्लॉक भाग्यनगर के गांव कढ़ोरे का पुरवा में पूर्व एमएलसी मुलायम सिंह यादव को उनके आवास पर श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फैक्टर की बात बेईमानी होगी। यहां पर वोटिंग के दौरान ही बड़े पैमाने पर धांधली की गई। पहले चरण में महागठबंधन बढ़त बनाए हुए था, इसके बाद नतीजे परवर्तित हो गए।
जीत का अंतर साबित करता है कि चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। यूपी के उपचुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश की प्रशासनिक अधिकारी एजेंट के रूप में काम कर रहे थे। प्रधान से लेकर कोटेदारों को भाजपा प्रत्याशियों को जिताने का दबाव बनाया गया।
चुनाव के दिन सपा के समर्थकों को हिरासत में लिया गया। ऐसे में बेहतर परिणाम की अपेक्षा करना बेमानी होगी। हालांकि 2022 में यूपी में होने वाले चुनाव में ओवेसी फैक्टर के सवाल को टाल गए और कहा कि प्रदेश की जनता विकास को वोट देगी।
प्रदेश की भाजपा सरकार के विकास को जनता देख चुकी है। इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष राजवीर सिंह यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक यादव, पूर्व विधायक प्रदीप यादव, जिला उपाध्यक्ष अवधेश भदौरिया, गौरव यादव, सौरभ यादव, जितेंद्र दोहरे, प्रधान धर्मेंद्र यादव, विनय यादव, बैकुंठ यादव, अजय यादव, अजय तिवारी, शलभ त्रिपाठी, इंद्रपाल सिंह पाल आदि मौजूद रहे।