- पुलिस की शह पर खनन माफिया ने पशु चारागाह की भूमि पर खड़ी की 20 फीट गहरी खाई
जनवाणी संवाददाता |
सरूरपुर: एक और जहां शुक्रवार को मेरठ में मंत्री धर्मपाल सिंह पशु चारागाह को पूरी तरह से कब्जा मुक्त करने के लिए अधिकारियों को चेतावनी देकर गए हैं। वहीं, दूसरी ओर सरूरपुर थाने की खिवाई पुलिस चौकी द्वारा पशु चारागाह की भूमि पर अवैध रूप से बड़े पैमाने पर अवैध खनन कराने का मामला सामने आया है।
जिसे लेकर खिवाई पुलिस की शर्मनाक करतूत को लेकर अधिकारी और मंत्री के आदेश बेमानी साबित होकर रह गए हैं? बताया गया कि पशु चारागाह की भूमि पर पुलिस ने खनन माफिया से सेटिंग कर मोटी रकम लेते हुए अवैध खनन करा कर 20-20 फीट गहरी खाई खड़ी करा दी। इसे लेकर फिलहाल पुलिस कटघरे में है।
जहां शुक्रवार को ही प्रदेश में भाजपा सरकार के मंत्री धर्मपाल सिंह मेरठ में अधिकारियों को कानून का पाठ पढ़ा कर पशु चरागाह की भूमि पर लोगों द्वारा किए जा रहे अवैध कब्जे को मुक्त कराकर पशु चारागाह की भूमि खाली कराने के लिए आदेश दे रहे थे तो वहीं इसके विपरीत मंत्री और अधिकारी के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए सरूरपुर थाने की खिवाई पुलिस चौकी ने कस्बे के जंगल में मौजूद पशु चारागाह की भूमि पर बड़े स्तर पर अवैध खनन करा कर भूमि ही को खुर्द खुर्द करा दिया।
पशु चारागाह की खसरा नंबर 1699 कस्बा खिवाई में ईदगाह के पीछे स्थित है।जानकारों ने बताया कि इसी पशु चरागाह की सैकड़ों बीघा भूमि पर स्थानीय पुलिस ने खनन माफिया से सेटिंग करके अवैध रूप से खनन करवाना दिया। उक्त भूमि पर पुलिस की शह पर हुए अवैध खनन को लेकर खनन माफिया ने सरकार की पशु चारागाह की इस भूमि को खुर्द करके यहां 20-20 फीट गहरी खाई तक खड़ी कर दी। सरकार के आदेशों को ठेंगा और अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक कर पुलिस ने यह बड़ा कारनामा बेखौफ कर डाला।
जिसे लेकर पुलिस की इस करतूत पर फिलहाल उक्त चारागाह की भूमि पर बारिश होने के कारण भारी जलभराव के कारण पर्दा तो पड़ गया, लेकिन पुलिस के कारनामा लोगों के सामने जरूर आ गया है। स्थानीय कस्बे के लोगों ने बताया कि पशु चारागाह की भूमि पर पुलिस ने लगातार खनन माफिया से सेटिंग करके मोटी रकम वसूल कर जमकर अवैध खनन कराया। जिससे खनन माफिया ने पशु चारागाह की धरती का सीना चीर कर उसे खुर्द-बुर्द करके तहस-नहस कर दिया।
यही नहीं इसके पास स्थित हरित भूमि पर भी पुलिस की शह पर खनन माफिया ने अवैध खनन करके उसे भी खुर्द-बुर्द कर दिया। फिलहाल यहां भारी बारिश के कारण गहरे गड्ढों में जलभराव होने के चलते पुलिस की करतूत पर पानी तो पड़ गया है, लेकिन बेशकीमती चारागाह की भूमि फिलहाल खुर्द-बुर्द होकर रह गई है। स्थानीय पुलिस की इस करतूत पर कस्बे के लोग भी जहां हैरान हैं। वहीं, पुलिस द्वारा बेखौफ तरीके से अधिकारियों के आदेश और आंखों में धूल झोंक कर जिस तरह से अवैध खनन करा दिया गया।
उससे साफ जाहिर है कि पुलिस की नजरों में अधिकारी और मंत्री मायने कोई मायने नहीं रखते हैं। इसे लेकर फिलहाल अक्सर विवादों में रहने वाली खिवाई पुलिस चौकी एक बार फिर कटघरे में खड़ी है। हालांकि पुलिस की इस करतूत को लेकर भी ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को ट्वीट कर संज्ञान लेने के मांग की है
तो वहीं फिलहाल मंत्री द्वारा चरागाह की भूमि का संज्ञान लेने पर अब पुलिस अपने ही बुने जाल में फंस सकती है। गौरतलब है कि कस्बा खिवाई, खेड़ीकलां, हर्रा और पांचली बुजुर्ग के जंगलों में पशु चारागाह की हजारों बीघा भूमि बंजर पड़ी हुई है। जिस पर अकसर खनन माफिया काबिज है तो वहीं पुलिस की भी कमाई की नजर रहती है।
अक्सर विवादों में रहती है खिवाई पुलिस चौकी
खिवाई पुलिस चौकी स्टाफ और विवादों का पुराना नाता है। खिवाई पुलिस चौकी कभी रिपोर्टिंग हुआ करती थी। हालांकि सीसीटीएनएस और कंप्यूटराइज सिस्टम होने के बाद अब यह रिपोर्टिंग नहीं रही, लेकिन इसका रुतबा अभी भी कम नहीं हुआ है। थाने की हनक लिए बैठे चौकी इंचार्ज पुलिस स्टाफ अक्सर कमाई के साधन ढूंढने में थाने से कम नहीं रहता है। इसको लेकर अक्सर खिवाई पुलिस चौकी विवादों पर बनी रहती है।
यहां हाल ही में विवादों में रहने वाले अमित पुलिस चौकी इंचार्ज सस्पेंड किए गए थे,तो उनसे पूर्व सुभाष भी सस्पेंड कर दिए गए थे। पिछले एक वर्ष के दौरान तीन पुलिस चौकी इंचार्ज अक्सर विवादों और कमाई के चक्कर में नप चुके हैं। इसको लेकर एक बार फिर खिवाई पुलिस चौकी इंचार्ज और स्टाफ अब आॅडियो वायरल और अवैध खनन को लेकर कठघरे और विवादों में है।
कहां कितनी पशु चारागाह भूमि?
खसरा संख्या 92, 95, 96, 97, 106107 व 116 कुल 24.7860 हेक्टेयर यानी लगभग 100 बीघे पशु चर खेड़ीकलां के जंगल में, खसरा संख्या 682, 720, 738, 912, 722 व 723 लगभग 9.3110 हेक्टेयर यानी लगभग चालीस बीघा पशु चर भूमि हर्रा के जंगल में, खसरा संख्या 476, 480, 750, 1150, 1151, 35.6620 हेक्टेयर यानी लगभग 40 बीघा की खिवाई के जंगल में जबकि असली बुजुर्ग के जंगल में 19 पॉइंट 772 हेक्टेयर यानी लगभग बीघा खसरा नंबर 244, 225, 1496, 1617, 1793, 225, 2590, 1506 व1738 स्थित है। ज्यादातर चारागाह की भूमि पर भूमाफिया काबिज है।