- एडीएम सिटी की अध्यक्षता वाली कमेटी को 24 घंटे बाद भी रिपोर्ट नहीं
- डीएम ने जांच के लिए आठ विभागों के अफसरों की बनायी है कमेटी, मजिस्ट्रेट पहुंचे मौके पर
- जांच के लिए लैब भेजे जाएंगे धमाके बाद मौका-ए-वारदात पर मिले अवशेष
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लोहिया नगर में विस्फोट में पटाखों के थ्योरी अफसरों के गले की फांस बनती नजर आ रही है। आसपास के लोगों का कहना है कि अफसर भले ही कुछ भी दावा करते रहें, लेकिन इस फैक्ट्री में पटाखे तैयार किए जा रहे थे। इसमें ही नहीं इस पूरे इलाके को लेकर इसी प्रकार की बातें सुनने को मिल रही हैं, लेकिन लगता है कि खुद की गर्दन फंसती देखकर अब पटाखे वाली थ्योरी को डेमेज करने पर तुल गए हैं।
वहीं, दूसरी ओर लोहिया नगर कांड की जांच को जो आठ विभागों की कमेटी बनायी गयी थी 24 घंटे बाद भी उसकी रिपोर्ट नहीं मिली है। अब कहा जा रहा है कि जो जांच कमेटी बनायी गयी है वह गुरुवार की शाम तक अपनी रिपोर्ट दे सकती है। लोहिया नगर कांड को लेकर पुलिस प्रशासन के तमाम अफसर अब एकाएक साबुन के केमिकल वाले थ्योरी पर एक बार फिर उतर आए हैं।
उनका साफ कहना है कि कोई ऐसी चीज नहीं मिली है। जिससे कहा जा सके कि पटाखे बनाने में प्रयुक्त की जाती थी। वहीं, दूसरी ओर प्रशासन ने एडीएम सिटी की अध्यक्षता में जो कमेटी बनायी है उसमें एसपी सिटी, एडिशनल डायरेक्टर फैक्ट्री, एडिशनल डायरेक्टर विद्युत सुरक्षा, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी, नगर निगम व जीएसटी अफसर शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर दिन में सूचना मिली थी कि एडीजी लोहिया नगर पहुंच रहे हैं, लेकिन वह नहीं पहुंचे।
ये कहना है एडीएम सिटी का
एडीएम सिटी ब्रिजेश कुमार सिंह ने बताया कि विस्फोट के बाद पटाखे बनाने जैसी कोई चीज नहीं मिली है। प्रथम दृष्टया साबुन का केमिकल प्रतीत होता है। जो कमेटी बनायी है उसकी रिपोर्ट आज शाम तक मिल सकती है। विस्फोट के बाद जो कुछ चीजें मिली हैं उनको जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।
विस्फोट में एक साथी 10 मिनट पहले ही गया था दूध लेने
मंगलवार की सुबह लोहिया नगर एम पॉकेट स्थित आतिशबाजी के गोदाम में विस्फोट में मरने वालों का एक साथी चंद मिनटों पहले ही डेयरी पर दूध लेने के लिए गया था। लेकिन जब उसने धमाके की आवाज सुनी और वापस लौटा तो सामने पड़ी लाशों को देखकर बेसुध हो गया था। बुधवार को मृतकों के अन्य साथी के जिंदा मिलने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है।
लोहिया नगर एम पॉकेट स्थित गोदाम में मंगलवार की सुबह सात बजे के आसपास जब विस्फोट हुआ था तो मृतकों का एक साथी रिंकू चंद मिनट पहले ही सभी के लिए दूध लेने के लिए डेयरी पर गया था। उसके जाने के बाद जबरदस्त धमाका होता है। धमाके की आवाज सुनकर वह वापस लौटा तो सामने अपने साथियों को झुलसी अवस्था में मृत देखकर वह बेसुध हो गया। उसे कुछ नहीं सूझ रहा था।
बताते हैं कि उसने वहां खड़े एक युवक से कहा था कि अरे इसमें हमारे भाई था। इतना कहते ही रिंकू वहां से निकल गया। गोदाम में हुए विस्फोट में मरने वालों के सही नाम पता भी पुलिस को नहीं लग पाया था। उधर बुधवार की शाम को रिंकू जैसे ही लोहिया नगर में गोदाम विस्फोटक स्थल के पास गया वैसे ही पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस रिंकू को उठाकर जीप में डालकर थाने ले गई।
देर रात तक पुलिस रिंकू से विस्फोट में मरने वालों के बारे में जानकारी करने में जुटी थी। वहीं पुलिस रिंकू से गोदाम में किस तरह काम होता था जानकारी जुटा रही है। आतिशबाजी कौन तैयार करवा रहा था। पुलिस ने कई घंटे रिंकू से पूछताछ कर अहम जानकारियां जुटाई है। पुलिस ने सभी मृतकों की शिनाख्त कर ली है।
जिनमें रुपन शाह 49 वर्ष पुत्र सागर शाह निवासी गांव कोइल जिला भोजपुर, बिहार, प्रयाग शाह 25 वर्ष पुत्र बिजेन्द्र शाह निवासी कोइल, जिला भोजपुर, बिहार, चन्दन 14 वर्ष, सुनील पुत्र जोगी ठाकुर, राजकुमारी है। देर रात तक मृतकों के परिजन मेडिकल मोर्चरी पर नहीं पहुंचे थे।