Thursday, May 8, 2025
- Advertisement -

आठ शराब माफिया, आबकारी का 18 दिन का अभियान

  • होली के त्योहार और लोकसभा के चुनाव को देखते हुए, 18 दिन का चलेगा प्रवर्तन अभियान

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: जिले में सात आठ ऐसे अंतर्राज्यीय शराब माफिया तस्कर हैं जो कई सालों से पुलिस, आबकारी विभाग के लिए सिरदर्द बने हैं। हालांकि कई को पुलिस ने दो तीन साल पहले गिरफ्तार कर जेल की सींखचों के पीछे पहुंचा दिया था। हालांकि ये माफिया कुछ महीनों बाद ही जेल से बाहर आये और फिर से इसी शराब के ध्ांधे में जुट गये, लेकिन आज भी कई ऐसे माफिया हैं जो जिले से बाहर रहकर अपने गैंग को आपरेट कर अपने गुर्गों द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध शराब की तस्करी को अंजाम दे रहे हैं।

इन माफियाओं में एक नाम ऐसा आज भी चर्चित है। जिसके सिर पर पांच लाख का ईनाम आज भी। पांच लाख के ईनामी इस माफिया ने अपनी शुरुआत अवैध शराब के धंधे से शुरु की थी। लेकिन इसके साथ साथ अब इसका बेटा भी इन माफियाओं की लिस्ट में शामिल है। आज भी ये माफिया आबकारी विभाग जिले की पुलिस के टारगेट पर हैं, लेकिन फिर भी प्रशासन ने होली और लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ऐसे माफियाओं के लिए 18 दिनों का प्रवर्तन अभियान चला इन पर शिकंजा कसने की तैयारी की है। ये हैं शराब माफिया।

जो आबकारी विभाग के टारगेट पर हैं। जो कई सालों से अवैध शराब की तस्करी और बिक्री करने से बाज नहीं आते। आगामी लोकसभा चुनाव और होली पर्व को ध्यान में रखते हुए अवैध मादक पदार्थों के निर्माण बिक्री एवं तस्करी व अवैध शराब पर अंकुश लगाने के लिए जिलाधिकारी ने 18 दिनों का प्रवर्तन अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं। इसके लिए प्रशासन, आबकारी, पुलिस की सात टीमों का गठन किया गया है, लेकिन आबकारी और पुलिस के इस अभियान को जिले के सात आठ ऐसे शराब माफिया हैं जो हर हाल में उन्हें चुनौती देने में जुटे हैं।

हालांकि पुलिस आबकारी विभाग यदा कदा छोटे स्तर पर अवैध शराब की बिक्री करने और तस्करी करने वालों को पकड़कर जेल भेज अपना रिकार्ड और गुडवर्क दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ती। टीपी नगर क्षेत्र नई बस्ती लल्लापुरी में अवैध शराब की तस्करी के नाम से प्रसिद्ध है। कई साल पहले विनोद गुर्जर माफिया को शराब बेचने के आरोप में टीपी नगर पुलिस ने पकड़ा था। वहीं एक अंतर्राज्यीय शराब तस्कर गणेश इस समय जिल से बाहर रहकर शराब के धंधे को अपनी पत्नी चन्द्रा और बेटी अनिता के माध्यम से आपरेट कर रहा है।

इसी प्रकार रमेश प्रधान भी एक शराब तस्कर है। जिसकी रिश्तेदार महिलाएं चोरी चुपके से उसके गैंग को आपरेट कर रही हैं। रमेश को 2021 में ब्रहमपुरी पुलिस ने पकड़ा था। ये ऐसे शराब माफिया हैं जो आज भी बाहर रहकर शराब की तस्करी के धंधे को खुलेआम अंजाम दे रहे हैं। इसके अलावा बदन सिंह बद्दो का नाम तो माफियाओं की लिस्ट में सबसे ऊपर है। पुलिस के अलावा आबकारी विभाग की लिस्ट में भी सबसे पहले नाम इसी शातिर का आता है।

spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर, जानिए क्यों पीएम मोदी ने इस सैन्य अभियान को दिया ये नाम?

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत...

Opration Sindoor पर PM Modi ने की सुरक्षाबलों की सराहना, Cabinet Meeting में लिया ये फैसला

जनवाणी ब्यूरो |नई दिल्ली: भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान...
spot_imgspot_img