- सीएम योगी आदित्यनाथ बोले : 500 वर्ष बाद रामलला ने अयोध्या में खेली होली
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उन्हें क्रांतिधरा पर आकर आनंद की अनुभूति हुई। अच्छा इसलिए लगा कि मैं मेरठ में बार-बार आया हूं। 32 हजार करोड़ की तो नमो भारत रैपिड रेल पर काम मेरठ में चल रहा हैं। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, इससे प्रधानमंत्री बाई रोड मेरठ आए थे और गए भी इससे थे। दिल्ली के बजाय मेरठ और आसपास में लोग रहना पसंद कर रहे हैं, क्योंकि मेरठ से दिल्ली 45 मिनट की दूरी पर हैं। यूपी की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी मेरठ में बन रही है।
मेरठ को प्रयागराज से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे भी मेरठ से लेकर जा रहे हैं। कभी दंगों के रूप में यूपी की पहचान थी, अब विकास के रूप में। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के सुभाष चंद बोस प्रेक्षागृह में प्रबुद्ध वर्ग के सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। पश्चिमी यूपी में मथुरा, गाजियाबाद और मेरठ में तीन प्रबुद्ध सम्मेलन मुख्यमंत्री ने संबोधित किए। मेरठ से सहारनपुर हो या फिर रिंग रोड हो, विकास जितना होना था, उस प्रकार का विकास का मॉडल मेरठ बनकर के उभरा हैं।
जो परिवर्तन मेरठ में हैं, उसका पूरा देश साक्षी बन रहा हैं। पूरे देश में विकास हो रहा हैं। देश में एक आवाज उठ रही हैं, सपने नहीं, बल्कि हकीकत बुनते हैं, इसलिए पीएम नरेन्द्र मोदी को लोग बार-बार चुनते हैं। दुनिया में पासपोर्ट की कीमत बढ़ी हैं। सम्मान की निगाह से देखते हैं अब। 2014 से पहले लोग शक की निगाह से देखते थे। आज परिवर्तन हुआ हैं। आतंरिक सुरक्षा भी मजबूत हुई हैं। एक ही विधान से चलना होगा, लेकिन सरकार हिम्मत नहीं दिखा पाती थी। पीएम नरेन्द्र मोदी ने हिम्मत दिखाई और कश्मीर में आतंकवाद और पत्थरवादी भी समाप्त हुई और धारा 370 भी हटी।
होली के गाने सुनते थे, होली खेले रघुबीरा अवध में, गाना तो सुनते बहुत थे, लेकिन अवध में जब जाते थे तो रघुबीर के दर्शन नहीं होते थे। पहली बार 500 वर्षों बाद अयोध्या में रामलला ने होली खेली हैं। क्या ये कांग्रेस, सपा और बसपा कर पाती। क्या ये इंडियन गठबंधन कर पाता? आस्था का भी सम्मान हैं। विरासत को भी और विकास को भी एक साथ ले जाने वाली सरकार है तो नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भाजपा हैं। सपा-बसपा ने जातिवाद को बढ़ावा दिया। स्वयं की परिवार की राजनीति की। सपा-बसपा के लिए स्वयं का परिवार और मोदी के लिए 140 करोड़ देश की जनता परिवार।