- विभागीय गठजोड़ से फर्राटा भर रहे अवैध वाहन
जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: सरकार के आदेश कुछ भी हो, लेकिन राज तो अफसरों का ही चलता है। संभागीय परिवहन विभागीय की मिलीभगत से सड़कों पर तमाम अवैध वाहन फर्राटा भर रहे हैं। डग्गेमारी में लगी फर्जी रोडवेज में फर्जी टिकट देकर यात्रियों का बेवकूफ बनाया जा रहा है। जिले की सड़कों पर वाहनों भी भीड़ बढ़ती जा रही है। इसमें वैध अवैध वाहन शामिल हैं। संभागीय परिवहन विभाग की अनुकंपा के चलते सड़कों पर डग्गेमार वाहन फर्राटा भर रहे हैं।
आलम ये है कि विभागीय मिलीभगत से डग्गेमारी में निजी वाहनों के साथ फर्जी रोडवेज चलाई जा रही है। यात्रियों को भ्रमित करने के लिए फर्जी रोडवेज में बाकायदा फर्जी टिकट भी दिया जा रहा है। यह टिकट ई-पॉश मशीन के बजाए हाथ से लिखकर थमाया जा रहा है। शातिराना अंदाज में टिकट पर राजकीय चिन्ह भी अंकित कराया हुआ है।
ऊपर की कमाई का सवाल है, न रखें कार्रवाई की उम्मीद
अब इससे सहज ही अंदाज लगाया जा सकता है कि अफसरों की छत्रछाया में चल रहीं डग्गामार बसों से सूबे की योगी सरकार को किसने बडेÞ स्तर पर राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। यदि तमाम चीजों का आंकलन कर लिया जाए तो प्रतिमाह की रकम करोड़ों में बैठती है, लेकिन कुछ होगा इसकी उम्मीद कम ही नजर आती है क्योंकि हर माह होने वाली ऊपर की कमाई का सवाल है। इसलिए बेहतर तो यही होगा कि स्थानीय आरटीओ अफसरों के स्तर से किसी प्रकार की कार्रवाई की उम्मीर पब्लिक ना करें। खुली लूट चल रही है पहले भी चल रही थी आगे भी यूं ही चलती रहेगी। कोई नहीं चाहता कि ऊपर की कमाई पर आंच आए।
आरटीओ आफिस में कौन है विरासत अली और गौरव शर्मा?
आरटीओ आॅफिस में गौरव शर्मा व विरासत अली को लेकर खासी चर्चा है। साथ ही सवाल भी पूछा जाता है कि गौरव व विरासत अली कौन हैं? ऐसा क्या है जो अफसर जब तक ये ग्रीन सिग्नल नहीं देते किसी भी पेपर पर या फाइन पर कलम नहीं चलाते। सूत्रों ने जानकारी दी है कि आउटसोर्स के ये दोनों कर्मचारी प्राइवेट तौर पर पूरा आरटीओ आॅफिस चला रहे हैं। हालात ये है कि ना खाता और ना बही जो गौरव व विरासत कहें वो ही सही।