नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। सनातन धर्म में सभी त्योहारो को बहुत ही खास माना जाता है, इनमें से ही एक है सकट का त्योहार। इस दिन भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है। साथ ही महिलाएं संतान की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य, तरक्की और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला उपवास रखती हैं। व्रत का पारण हमेशा चंद्रमा के दर्शन के बाद ही किया जाता है। ऐसा माना जाता हैं कि सकट पर विधिनुसार माता सकट और गौरी पुत्र गणेश की आराधना करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है।
ज्योतिषियों के अनुसार इस दिन तिल का विशेष प्रयोग किया जाता है, यदि तिल का स्नान व दान किया जाए तो संतान के भाग्य में वृद्धि होती है, साथ ही सभी दोषों से भी छुटकारा मिल सकता है। पंचांग के अनुसार हर साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सकट चौथ का पर्व मनाया जाता है, इस साल 17 जनवरी 2025 को सकट चौथ का व्रत रखा जाएगा। इस तिथि पर सौभाग्य योग बन रहा है, जिस पर मघा नक्षत्र का संयोग रहेगा। ऐसे में कुछ खास उपाय करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो सकती हैं, आइए इनके बारे में जानते हैं।
करें ये पांच उपाय
- सकट चौथ के दिन भगवान गणेश की विधिनुसार पूजा करें। पूजा के दौरान उन्हें, दो सुपारी और दो इलायची अर्पित करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से संतान के कार्यों में आ रही बाधाएं समाप्त होती हैं।
- सकट चौथ के शुभ दिन पर गणेश जी को घी गुड़ का भोग लगाएं। फिर इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करें। मान्यता है कि इससे आर्थिक समस्याओं का निवारण होती है, साथ ही भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- धार्मिक मान्यता के अनुसार संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी को तिलकुटा का भोग लगाना चाहिए, इससे वह प्रसन्न होते हैं। आप गजक, रेबड़ी आदि तिल से बनी चीजों का भोग भी लगा सकते हैं। माना जाता है इस उपाय को करने से संतान के जीवन में खुशहाली का वास होता है।
- सकट के व्रत में चांद निकलने पर ही व्रत का पारण किया जाता है, ऐसे में आप एक साफ जल के लोटे में चन्दन, कुश, पुष्प, अक्षत मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य दें। यह करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है, साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।
- ज्योतिषियों की मानें तो सकट के पर्व पर परिवार के साथ भगवान गणेश जी की पूजा और उनके खास मंत्रों का जाप करने से तरक्की में आ रही सभी बाधाएं समाप्त होती हैं। आप इन मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं……
गणेश स्तुति मंत्र
ॐ श्री गणेशाय नम:।
ॐ गं गणपतये नम:।
ॐ वक्रतुण्डाय नम:।
ॐ हीं श्रीं क्लीं गौं ग: श्रीन्महागणधिपतये नम:।
ॐ विघ्नेश्वराय नम:।
गजाननं भूतगणादि सेवितं, कपित्थ जम्बूफलसार भक्षितम्।
उमासुतं शोक विनाशकारणं, नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम्।