जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: क्षेत्र के आदमपुर गांव में किसानों के हित में एक जन जागरण बैठक हुई। बैठक में बोलते हुए डॉ रवि शास्त्री ने कहा कि सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि अध्यादेश को कानून का रूप दिया गया तो यह भारत के अन्नदाता की हत्या करने जैसा अपराध होगा। किसानों ने बैठक की शुरुआत यदि के बाद की।
मंगलवार को आदमपुर गांव में चौधरी कृष्णपाल के आवास पर यह किसानों की बैठक हुई इसमें मुख्य वक्ता आर्य वीर दल के प्रदेश स्तरीय नेता डॉ रवि शास्त्री ने कहा कि जमीन पर कब्जे की साजिश चल रही है। ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह भारत के किसानों को गुलाम बनाने का षड्यंत्र अनुचित है।
साफ है कि कारपोरेट की नीतियों के तहत अब कांटेक्ट फार्मिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। किसान भूमि का मालिक नहीं रह जाएगा। अब वह अपने ही खेत में एक गुलाम की तरह हो जाएगा। कारपोरेट दबाव के फलस्वरूप ऐसी ही नीतियां अफ्रीका में लागू की गई है। अब भारत का नंबर है।
कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में कंपनियां खुद खेती करेंगी। आमतौर पर अनुबंध खेती का मतलब बुवाई के समय ही बिक्री का सौदा हो जाता है।ताकि किसान को भाव की चिंता ना रहे।लेकिन वर्तमान सरकार द्वारा पारित कानून में अनुबंध की परिभाषा को बिक्री तक सीमित ना करके उसमें सभी किस्म के कृषि कार्यों को शामिल किया गया है।
सबसे खास बात यह है कि अध्यादेश के अनुसार कंपनी किसान को किसान द्वारा की गई सेवाओं के लिए भुगतान करेगी। यानी किसान अपनी उपज की बिक्री ना करके अपनी जमीन मजदूरी का भुगतान पाएगा। वन नेशन वन मार्केट की बात की जा रही है। लेकिन इसका असल मकसद मंडी का खात्मा है।
इस कानून की सबसे बड़ी खामी यह बताई जा रही है कि इसमें व्यापारी या कंपनी और किसान के बीच विवाद होने पर पहले एसडीएम और बाद में जिला अधिकारी मामले को सुलझाएंगे। इसमें कोर्ट जाने की व्यवस्था नहीं है। इन सब कानूनों से किसान बर्बाद हो जाएगा। बहुत होशियारी के साथ करोना काल का चुनाव किया गया है। ताकि देश में किसी भी किस्म का प्रतिरोध खड़ा ना हो पाए। सही ढंग से चर्चा तक ना हो पाए।
इसके तहत संसद से प्रश्नकाल को भी हटा दिया है। ताकि आध्यादेशों को कानून बनाते समय कोई सांसद सवाल खड़ा न कर पाए। उन्होंने कहा कि अब गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बैठक से पूर्व गांव में एक यज्ञ का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर कृष्ण पाल दरोगा, चौधरी रामछैल पंवार, विपिन पंवार, अमरपाल पंवार, कुलदीप पंवार, सागर आर्य, यशवीर राणा, मनोज प्रधान, मास्टर लोकेंद्र, कृष्णपाल चौधरी, प्रवीण कुमार, रामपाल सिंह, कपिल आर्य आदि मौजूद रहे।