जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: सूप गांव निवासी शीला देवी पत्नी स्वर्गीय वीरेन्द्र सिंह की रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट थी। चार-पांच माह से इलाज न मिलने के कारण वह अपने घर पर ही थी। बताया है कि उसके उसके पास चिकित्सक से इलाज कराने के लिए रुपए नहीं थे। चारपाई पर पड़े हुए खुद को असहाय महसूस कर रही थी।
इस संबंध में गांव के किसी व्यक्ति ने उसकी व्यथा फेसबुक पर डाल दी भी।फेसबुक को देखने के बाद रालोद नेता एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य संजीव मान, मोहित मुखिया, यशवंत तोमर आदि उसके पास सूप गांव में गए। महिला का हालचाल जाना। उसने अपनी सभी व्यथा बताते हुए खुद को इलाज कराने में असहाय बताया।
तब रालोद कार्यकर्ताओं ने उसकी मदद करते हुए मेरठ के जगदंबा हॉस्पिटल में भर्ती कराया।चिकित्सकों ने उसका ऑपरेशन किया। वहां उसकी हालत ठीक हो गई। संजीव मान ने बताया कि महिला का पति पहले ही मर चुका था। जबकि उसके अकेले जवान पुत्र की बड़ौत में 2018 में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।महिला के पास दो लड़की है। दोनों की शादी होकर अपने ससुराल रह रही थी।दूसरी लड़की को ससुराल वालों ने विवाह विच्छेद कर लिया।