साहनपुर स्टेट को प्राप्त है चार विधायक और एक सांसद मिलने का गौरव
ब्रिटिश काल में भारतेंद्र के दादा राजा चरत सिंह 1937 में चुने गए थे यहां के पहले विधायक
- वर्ष 1967, 69 और 85 में भारतेंद्र के पिता राजा देवेंद्र सिंह को जनता ने चुना था अपना जनप्रतिनिधि, यहीं के मास्टर रामस्वरूप तीन बार रहे विधायक
- भाजपा प्रत्याशी राजा भारतेंद्र सिंह ने बिजनौर से दो बार विधायक बनकर लखनउ और इसी सीट पर सांसद बनकर दिल्ली तक बजवाया साहनपुर रियासत का डंका
अनुज कुमार शर्मा |
नजीबाबाद: साहनपुर स्टेट का नाम आते ही लोग यहां के रजवाडे का जिक्र करना शुरु कर देते हैं। फिर यहां के राजाओं के किस्से कहानियां शुरु हो जाती हैं। जिले भर में साहनपुर स्टेट एक प्रसिद्ध स्थान है। अभी तक इस कस्बेे को चार विधायक और एक सांसद मिलने का गौरव प्राप्त है।
यहां की जनता ने राजाओं से लेकर आम आदमी तक को यहां से अपना विधायक चुना है। जबकि साहनपुर रजवाडे में पैदा हुए कुंवर भारतेंद्र सिंह बिजनौर विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक सिंचाई मंत्री और इसी लोकसभा सीट से वर्ष 2014 में सांसद रह चुके हैं। देखते हैं कि वर्ष 2022 में उंट किस करवट बैठेगा। क्या जनता साहनपुर कस्बे के मूल निवासी राजा भारतेंद्र को अपना विधायक के रूप में चुनकर इतिहास बदलेगी। अभी यह भविष्य के गर्भ में है? इसका पता तो दस मार्च 2022 को ही चलेगा।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का डंका बज चुका है। यूं तो प्रत्येक प्रत्याशी अपनी ही जीत का दावा करता है। मगर जनप्रतिनिधि् बनना किसके भाग्य में लिखा है यह तो जनता और प्रत्याशी की किस्मत पर ही निर्भर है। नजीबाबाद विधानसभा सीट के इतिहास पर नजर डालें तो इस सीट पर अब तक बने एक दर्जन से भी अधिक विधायकों में शामिल चार केवल साहनपुर कस्बे के ही मूल निवासी हैं।
इसके अलावा साहनपुर के ही रजवाडे में जन्में राजा भारतेंद्र सिंह ने अपने पूर्वजों की इस परंपरा को आगे बढाते हुए विधायक और सांसद का चुनाव जीतकर लखनउ से लेकर दिल्ली तक का सफर करते हुए कस्बेवासियों का शीश गर्व से उंचा किया। इस बार वे नजीबाबाद विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
इतिहास के जानकार मुकेश सिन्हा बताते हैं कि साहनपुर की जनता की सबसे अच्छी बात ये है कि इस कस्बे से चुनाव लडने वाले प्रत्येक प्रत्याशी का हर धर्म और जाति के लगभग 80 प्रतिशत लोग अपने कस्बे के ही रहने वाले प्रत्याशी की हर प्रकार से सहायता करते हुए उसे विधानसभा तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाते हैं। अकेले साहनपुर कस्बे में ही लगभग 16 हजार मतदाता हैं।
पिता—पुत्र बन चुके हैं विधायक और सिंचाई मंत्री
भाजपा प्रत्याशी राजा भारतेंद्र सिंह के अनुसार साहनपुर रियासत के राजा उनके पिता देवेंद्र सिंह पहली बार साल 1967 और फिर 1969 तथा 1985 में भी विधायक बने थे। इसके बाद वे उत्तर प्रदेश की कांग्रेस की सरकार में सिंचाई मंत्री बनाये गए थे।
अपने पिता के नक्शे कदम पर चलकर ही राजा भारतेंद्र सिंह ने राजनीति में ही अपना कैरियर बनाने की ठानी। इसके बाद वे पहली बार वर्ष 2002 में बिजनौर विधानसभा सीट से विधायक बनने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार में सिंचाई राज्यमंत्री बने। फिर वे साल 2012 में भी विधायक बने और वर्ष 2014 में भाजपा के टिकट पर सांसद चुने गए। राजा देवेंद्र सिंह नजीबाबाद के अलावा चांदपुर विधानसभा क्षेत्र से भी विधायक चुने गए थे।