- एक्सपायरी दवा प्रकरण में एनडीपीएस समेत पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: नगर में मिले एक्सपायरी दवाइयों के जखीरे की जांच करने पर एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं। भंडारण में भारी मात्रा में अल्प्राजोलम जैसी नशीली दवाइयां भी बरामद हुई हैं। रातभर चली जांच और सील की कार्रवाई में पुलिस ने लाखों रुपये कीमत की करीब 90 कार्टन दवाइयां जब्त की हैं। इसके अलावा तारीख मिटाने वाले केमिकल, लेपटॉप, प्रिंटर आदि सामान भी कब्जे में लिया है। बरामद माल में से औषधि विभाग ने कई दवाइयों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे हैं। मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए हैं। जिनमें से एक एनडीपीएस यानी नार्काटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत भी एफआईआर दर्ज की गई है। फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं। पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी हुई है।
बता दें कि बीते मंगलवार को सरधना पुलिस ने मेरठ रोड पर एक मकान में भारी मात्रा में एक्सपायरी दवाइयों का जखीरा पकड़ा था। जहां से आरोपी दवाई को रिलेवल करके बाजार में सप्लाइ कर रहे थे। माल इतना ज्यादा था कि औषधि विभाग द्वारा रातभर दवाइयों की सूची बनाने में लगी रही। रातभर की मेहनत में टीम ने करीब 90 पेटी दवाई, लेपटॉप, प्रिंटर, तारीख मिटाने वाला केमिकल, रेपर, कारटेज आदि सामान सील किया। माल की जांच करने पर पता चला कि उसमें भारी मात्रा में अल्प्राजोलम जैसी नशीली दवाइयों का भी भंडारण किया गया था।
औषधि विभाग ने दवाइयों के सैंपल जांच के लिए लैब भेज दिए हैं। मामले में पुलिस ने एनडीपीएस यानी नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस के नाजिम पुत्र कामिल निवासी इस्लामाबाद तथा कूटरचना करने में नाजिम, उसके पिता कामिल, ताऊ मोबीन व चाचा महताब के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए हैं। फिलहाल सभी आरोपी फरार चल रहे हैं। पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी है। इंस्पेक्टर प्रताप सिंह का कहना है कि जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
नशीली दवाई का भी हो रहा था बड़ा खेल
पकड़े गए माल में अभी तक यही बात चल रही थी कि आरोपी दर्द निवारक और खासी के सिरप जैसी रोजमर्रा की एक्सवायरी दवाइयों को बाजार में सप्लाई कर रहे थे। मगर पूरे माल को खंगालने पर पता चला कि नशीली दवाइयों का भंडारण भी यहां छुपाया गया था।
मेडिकल स्टोर संचालकों ओर झोलाछापों में हड़कंप
सरधना: नगर में एक्सपायरी दवाइयों का भंडार पकड़े जाने के बाद उसे बेचने और खरीदने वाले मेडिकल स्टोर संचालक व झोलाछाप चिकित्सकों में भी हड़कंप मच गया है। क्योंकि जांच में पुलिस के हाथ उनके गिरेबान तक जाने तय हैं। पुलिस द्वारा पकड़ी गई एक्सपायरी दवाई पर सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आरोपी को माल कौन बेच रहा था और एक्सपायरी दवाई कहां सप्लाई की जा रही थी। जिसको लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
छापेमारी के बाद से ऐसे मेडिकल स्टोर संचालक और झोलाछापों चिकित्सकों में हड़कंप मचा हुआ है, जो आरोपी से दवाई खरीद रहे थे। क्योंकि उनको डर है कि जांच में पुलिस के हाथ उनकी गर्दन तक जरूर पहुंचेंगे। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी है। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में माल बेचने और खरीदने वालों के नाम भी सामने आएंगे। इस पूरे खेल में शामिल लोगों के नाम से पर्दा उठेगा। पुलिस ने जांच आगे बढ़ानी शुरू कर दी है।
औषधि विभाग को नहीं लगी भनक
कहने को औषधि विभाग का यहीं काम है कि क्षेत्र में कई नकली दवाई का उत्पादन, बिक्री या एक्सपायरी दवाइयों को गलत तरीके से तो नहीं बेचा जा रहा था। यहां लंबे समय से एक्सपायरी दवाई का अवैध धंधा चल रहा था। मगर औषधि विभाग की नींद नहीं खुली।
आसपास के इलाकों में हो रही थी सप्लाई
पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है कि आरोपियों द्वारा एक्सपायरी दवाई रिलेवल करके सरधना नगर व आसपास के इलाकों में सप्लाई की जा रही थी। खासतौर पर मेडिकल स्टोर और झोलाछाप डॉक्टरों को जोड़ा जा रहा था। उनको महंगी दवाई बेहद कम दाम में देने का लालच दिया जाता था।