जनवाणी ब्यूरो |
यूपी: उत्तर प्रदेश की बहुचर्चित 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। कई जिलों में ऐसे अभ्यर्थियों को नौकरी से बर्खास्त किया जा रहा है।
अमरेंद्र पटेल ने क्या आरोप लगाया?
अब इस मामले में न्याय की मांग कर रहे आंदोलनकारी अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की है। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने आरोप लगाया है कि, “गलत तरीके से नौकरी पाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या काफी अधिक है और चिंताजनक बात यह है कि विभाग के कुछ अधिकारी अभी भी ऐसे लोगों का बचाव कर रहे हैं।”
अमरेंद्र पटेल ने क्या कहा?
पटेल ने कहा कि यह केवल ईमानदार और पात्र अभ्यर्थियों के अधिकारों का हनन नहीं है, बल्कि पूरे चयन तंत्र की साख पर सवाल है। उन्होंने सरकार से मांग की कि केवल फर्जी दस्तावेज़ वाले अभ्यर्थियों को बाहर ही न किया जाए, बल्कि उन अधिकारियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाए, जिन्होंने इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया या संरक्षण दिया।
आंदोलनकारी अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होती, वे संघर्ष जारी रखेंगे। इस प्रकरण को लेकर शिक्षा विभाग और जांच एजेंसियां सक्रिय हैं, लेकिन आंदोलनकारी वर्ग कार्रवाई की गति और पारदर्शिता को लेकर अब भी सशंकित है।