जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने सोमवार को दिल दहला देने वाले हत्याकांड का खुलासा किया। 18 मई यानी करीब 6 महीने पहले लिव इन पार्टनर आफताब ने अपनी 26 साल की प्रेमिका श्रद्धा की बेरहमी से हत्या कर दी। उसके शव को आरी से काटा। नया फ्रिज लाया ताकि टुकड़े उसमें रख सके और बदबू दबाने के लिए अगरबत्ती सुलगाता था।
आफताब 18 दिन तक रोज रात 2 बजे उठता और शव के टुकड़े जंगल में फेंक आता था। पुलिस ने आफताब को शनिवार को अरेस्ट किया। इसके बाद उसने श्रद्धा की हत्या की सनसनीखेज कहानी बताई। इधर, कोर्ट ने आफताब को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
पूरे मामले पर सूत्रों ने पुलिस के हवाले से बताया कि आफताब ने वारदात से पहले अमेरिकी क्राइम शो डेक्स्टर समेत कई क्राइम मूवीज और शोज देखे थे। इसके बाद ही उसने श्रद्धा का मर्डर किया और आरी से काटकर उसकी बॉडी के 35 टुकड़े किए।
उसने बॉडी पार्ट्स को सुरक्षित रखने के लिए बाजार से एक बड़ा फ्रिज भी खरीदा। वह रोज कुछ टुकड़े फ्रिज से निकालता और जंगल में ठिकाने लगाने निकल पड़ता। यह सिलसिला 18 दिन तक चलता रहा। इतना ही नहीं, आफताब ने सबूत मिटाने के लिए गूगल पर खून साफ करने का तरीका भी सर्च किया था।
साइकोलॉजिकल थ्रिलर शो है डेक्स्टर
डेक्स्टर एक अमेरिकी क्राइम ड्रामा और साइकोलॉजिकल थ्रिलर शो है, जो 2006 से 2013 के बीच ऑनएयर हुआ। इसके 8 सीजन हैं। इस शो का मुख्य किरदार डेक्स्टर मॉर्गन दिन में पुलिस के लिए फोरेंसिक टेक्नीशियन के तौर पर काम करता है, जबकि रात को वह सीरियल किलर के तौर पर उन अपराधियों का मर्डर करता है जिन्होंने बर्बर अपराध किए, लेकिन कानून ने उन्हें सही सजा नहीं दी।
कौन थी श्रद्धा?
26 साल की श्रद्धा मुंबई के मलाड की रहने वाली थी। यहां वह एक मल्टीनेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में काम करती थी।
आफताब अमीन फूड ब्लॉगर है। इंस्टाग्राम पर उसका पर्सनल अकाउंट द हंगरी छोकरो (thehungrychokro) के नाम से है, जबकि उसका फूड ब्लॉग इंस्टाग्राम पर द हंगरी छोकरो_एस्कैपेड्स (thehungrychokro_escapades) नाम से है। अपने पर्सनल ब्लॉग पर उसने आखिरी फोटो 3 मार्च 2019 को पोस्ट किया था। अपने फूड ब्लॉग से उसने आखिरी फोटो 2 फरवरी को पोस्ट किया था।
आफताब-श्रद्धा कब और कैसे मिले?
2019 में मुंबई के एक कॉलसेंटर में काम करने के दौरान श्रद्धा की आफताब से मुलाकात हुई। दोनों एक डेटिंग ऐप के जरिए मिले थे। उनके रिश्ते से परिवार वाले नाखुश थे। इसके चलते वे मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हो गए और महरौली के एक फ्लैट में लिव-इन में रहने लगे।
जब पिता श्रद्धा से संपर्क में नहीं थे तो उन्हें शक कैसे हुआ?
श्रद्धा अपने क्लासमेट लक्ष्मण से कॉन्टैक्ट में थी। लक्ष्मण ही श्रद्धा के पिता विकास मदन वॉकर को जानकारी देता था। जब श्रद्धा ने कई दिन तक लक्ष्मण का फोन नहीं उठाया तो उसने श्रद्धा के पिता को जानकारी दी। इस पर पिता ने कहा कि सोशल मीडिया पर भी कोई अपडेट नहीं मिल रही है। विकास बेटी का हालचाल जानने 8 नवंबर को दिल्ली पहुंचे। जब वे उसके घर पहुंचे तो ताला लगा था। उन्होंने महरौली पुलिस में बेटी के अगवा होने की शिकायत की।
क्या श्रद्धा ने हालात के बारे में परिवार को बताया था?
कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि श्रद्धा ने मां से फोन पर कहा था कि आफताब उसके साथ मारपीट करता है। श्रद्धा की मां की मौत के बाद वह अपने घर आई थी, तब उसने अपने पिता से भी मारपीट की बात कही थी।