नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। करवा चौथ के कुछ दिन बाद अहोई अष्टमी को त्योहार मनाया जाता है। वहीं, इस बार यह व्रत 5 नवंबर की अष्टमी तिथि को पड़ रहा है। माना जाता है कि अहोई व्रत संतान के लिए मनाया जाता है। इस दिन माताएं पूरे दिन व्रत रहकर शायंकाल में तारे को जल अर्पित कर अपने उपवास का पारण करती हैं।
हिंदू केलेंडर के अनुसार, इस वर्ष यह व्रत 4 नवंबर की रात 1 बजे से शुरू हो रहा है। वहीं, इसका समापन 5 नवंबर को देर रात 3 बजकर 19 मिनट पर होगा। साथ ही अहोई व्रत के दिन कुछ उपाय बताए गए हैं। जिसको करने से संतान की रक्षा होती है और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती हैं। चलिए बताते हैं उन उपास के बारे में…
Ahoi Ashtmi Vrat 2023: इस दिन मनाया जाएगा अहोई अष्टमी व्रत, यहां पढ़े पूरी कथा
घर में लगाएं तुलसी का पौधा
अहोई अष्टमी के दिन अपने घर में तुलसी का पौधा लगाएं और रोजाना इसकी विधि पूर्वक पूजा-अर्चना करें। ऐसा करने से संतान के जीवन में खुशहाली आती है।
पीपल पर जलाएं तेल के 5 दिए
अहोई अष्टमी पर शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे तेल के 5 दीपक जलाएं। साथ ही संतान को सुखी जीवन के लिए कामना करें। इस उपाय से अहोई माता प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाएं पूरी कर देती हैं।
गाय को खाना खिलाने से माता होंगी प्रसन्न
अहोई अष्टमी के दिन आप घर में जो भी खाना बनाएं, उसका कुछ हिस्सा गाय और बछड़े के लिए निकालकर रखें। बाद में यह भोजन उन्हें खिला दें। इससे अहोई माता प्रसन्न होंगी।
इस दिन करें सफेद फूल अर्पित
अहोई अष्टमी के दिन पति-पत्नी मिलकर अहोई माता को सफेद फूल अर्पित करें। फिर शाम के समय तारों को अर्घ्य दें और फिर पूजा करें।