- अकेले लिसाड़ीगेट के तांत्रिकों के दामन में बेइंतहा दाग
- दुष्कर्म, लूट, छेड़खानी व ठगी के मुकदमे दर्ज हैं थानों में
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जनपद में फर्जी तांत्रिकों का जाल फैला हुआ है। भोले भाले लोग इन अपराधी किस्म के तांत्रिकों पर भरोसा करके न केवल अपनी अस्मत लुटवा रहे हैं, बल्कि आर्थिक नुकसान भी कर रहे है। फर्जी तांत्रिक अपने स्वार्थ के लिये लोगों की जान भी ले रहे हैं।
एक माह में इन तांत्रिकों के कारण दो मासूम बच्चों समेत तीन लोगों की जान जा चुकी है और लाखों रुपये ठगे भी जा चुके है। मेरठ में अकेले लिसाड़ीगेट थाने में दर्जनों कथित तांत्रिक लोगों को झांसे में लेकर मोटी रकम लूट रहे है। इन तांत्रिकों का लिविंग स्टेंडर्ड देखकर कोई भी हैरत में पड़ सकता है।
भूमिया का पुल निवासी तांत्रिक वली मौहम्मद पर परतापुर क्षेत्र में कई महिलाओं से दुष्कर्म करने के आरोप हैं। इस तांत्रिक ने महिलाओं को ब्लैकमेल कर पैसे भी वसूले। पुलिस ने इस तांत्रिक को दबोच कर जेल में डाल दिया था। खैरनगर निवासी निशा पत्नी शाहिद ने तंत्र मंत्र के सहारे कई महिलाआें को वश में कर रखा था। उसने अपने प्रेमी के साथ जिंदगी गुजारने के लिये मौहल्ले की औरतों को भय दिखाया और कहा कि अगर वो अपने बेटे और बेटी की बलि नहीं देगी तो मौहल्ले में कयामत आ जाएगी।
निशा ने अपने प्रेमी समेत छह लोगों के साथ मिलकर बेटी कोनेन और बेटा मेहराब की हत्या कर गंग नहर में लाश फेंक दी थी। तांत्रिक इकबाल निवासी समर गार्डन पर आरोप था कि लिसाड़ीगेट में छेड़छाड़ का विरोध करने पर उसने साथियों साथ मिलकर एक महिला को गोली मार दी थी। भोली-भाली महिलाओं को तंत्र विद्या से गृह क्लेश दूर करने का झांसा देने के लिए तबरेज नाम बदल कर तांत्रिक अविनाश बन गया। खुद का पूजा-पाठ और कर्मकांड की जानकारी होना बताकर दून में एक महिला से तांत्रिक क्रियाओं के नाम पर 12 लाख रुपये ठग लिए।
ठगी कर रकम से लगजरी कार खरीदी। महिला उसके तंत्रजाल में पूरी तरफ फंसी हुई थी। पुलिस ने कथित तांत्रिक को दबोचा तो पोल खुद गई। पुलिस ने कथित तांत्रिक को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर उसके कब्जे से ठगी की रकम से खरीदी गई कार जब्त कर ली है। पूछताछ में पता चला कि वह कई महिलओं को ठग चुका है। 2013 में नजाकत अली जोकि खुद को तांत्रिक बताकर लोगों को अपने जाल में फंसाया करता था।
ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में वो बिलाल नाम के युवक की हत्या के आरोप में जेल गया था। 2015 में वो कचहरी से पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था। पुलिस ने इस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।पुलिस ने बताया कि नजाकत अली, संजय शर्मा नाम से हिंदू बाबा बनकर पिछले कई सालों में दिल्ली, उन्नाव, बरेली, आगरा आदि शहरों में मंदिरों में रहता था और यहां भी तंत्र मंत्र करके लोगों को ठगता था।
पुलिस ने जब इसे पकड़ा उस वक्त इसके पास चार महिलाएं थी। दो तांत्रिकों ने अलादीन का चिराग दिखाकर डॉक्टर लईक अहमद के परिवार से दो करोड़ रुपये ठग लिए थे। लईक अहमद के मुताबिक फर्जी चिराग को जादुई चिराग बताकर ठगों ने उनसे धीरे-धीरे करोड़ों रुपये ठग लिए थे। अपने को ठगा महसूस करने के बाद डॉक्टर दंपति ने थाने में जाकर अधिकारियों से ठगों पर कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद पुलिस ने दो तांत्रिक ठगों को गिरफ्तार कर लिया था।
लाखों खर्च के बाद भी पत्नी की जगह पति को मिली मौत
सरधना: क्षेत्र के पौहल्ली गांव निवासी दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल की लालच ने जान ले ली। पैसे के चक्कर में अपनी पत्नी को मौत के घाट उतारने की योजना ने ही उसकी जान ले ली। जिस तांत्रिक को पत्नी मारने के लिए लाखों रुपये चढ़ा दिए। उसी ने एक ही दाव में कांस्टेबल को मौत की नींद सुला दिया।
अधमरी हालत में गंगा में ही बहा दिया। तांत्रिक से की गई पूछताछ के बाद पुलिस के सामने और भी कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं। सबसे पहले पुलिस कांस्टेबल के शव को तलाश करने की कोशिश कर रही है। इसके लिए हस्तिानपुर में एक टीम उतारी गई है।
पुलिस की अनुसार गोपीचंद ने अपनी पत्नी के नाम करीब 31 लाख का लोन ले रखा था। लोन लेने के बाद से गोपीचंद अपनी पत्नी रेखा को मारने की योजना बना रहा था। जिसके चलते उसने हस्तिनापुर में एक तांत्रिक से संपर्क किया। मगर उसे नहीं पता था कि जो गड्ढा वह पत्नी के खोद रहा है, उसमें खुद ही गिर जाएगा। पहले तो तांत्रिक ने थोड़े-थोड़े करके लाखों रुपये गोपीचंद से ठगे। इसके बाद गोपीचंद गले पड़ता नजर आया तो उसी को मौत के घाट उतार दिया।
पत्नी की मौत की योजना लेकर तांत्रिक के पास गए गोपीचंद ने सोचा भी नहीं होगा कि वह खुद मौत का शिकार होने जा रहा है। गोपीचंद तांत्रिक की बातों में इतना आ गया था कि उसकी हर एक बात बिना सोच मान रहा था। उस दिन भी तांत्रिक ने आंख बंद करने लिए कहा तो बिना सोचे आंखे बंद कर ली। इसके बाद तांत्रिक ने उसकी गर्दन पर दाव से प्रहार कर दिया। अधमरी हालत में उसे गंगा में बहा दिया।
मगर कानून के हाथ से कौन बचने वाला था। कड़ी से कड़ी जुड़ी और पुलिस के हाथ खूनी तांत्रिक की गर्दन तक पहुंच गए। पूछताछ में तांत्रिक से पुलिस को और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है। सबसे पहले पुलिस गोपीचंद के शव को तलाश करने में लगी है। इसके लिए एक टीम हस्तिनापुर में उतारी गई है। इस संबंध में इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी का कहना है कि गोपीचंद का शव तलाश किया जा रहा है। केस से जुड़े बाकी लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी।