Saturday, July 6, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutसेना ने बंद कराया टंकी का निर्माण

सेना ने बंद कराया टंकी का निर्माण

- Advertisement -
  • आर्मी ने जल निगम को दिया सुरक्षा कारणों का दिया हवाला
  • अधर में लटका तीन करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट
  • टंकी की पाइप लाइन के लिए खोद दी गई सड़कें
  • जल निगम के सर्वे पर खड़े हो रहे सवाल

जनवाणी संवाददाता |

सरधना: दबथुवा गांव को स्वच्छ पेयजल जल्द मिलने वाला नहीं है। गांव में बनने वाली टंकी का निर्माण आर्मी ने बंद करा दिया है। सेना ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जल निगम से टंकी कहीं और बनाने के लिए कहा है। क्योंकि टंकी का निर्माण रडार क्षेत्र से चंद मीटर की दूरी पर ही किया जा रहा है। नियमानुसार रडार के 100 मीटर की रैंज में कोई निर्माण नहीं होना चाहिए। सेना का पत्र आने के बाद टंकी निर्माण बंद हो गया है। करीब तीन करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में 50 लाख रुपये से अधिक लागत का निर्माण भी हो चुका है। इसके अलावा पाइप लाइन बिछाने के लिए गांव की सड़कें खोद दी गई हैं। ऐसे में जल निगम के सर्वे पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

सरूरपुर ब्लॉक के दबथुवा गांव को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के लिए जल निगम द्वारा यहां टंकी का निर्माण कराया जा रहा था। करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से टंकी निर्माण और पाइप लाइन बिछाने का काम किया जाना था। जल निगम ने सर्वे कराया और निर्माण भी शुरू करा दिया। वर्तमान में करीब 35 प्रतिशत निर्माण पूरा हो गया है। जिसमें करीब 50 लाख रुपये की रकम लग चुकी है। मगर इस प्रोजेक्ट में पेच फंस गया है। सेना ने टंकी का निर्माण बंद करा दिया है। सेना ने इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया है। सेना ने रडार से दूर टंकी बनाने के लिए कहा है।

23 15

क्योंकि टंकी रडार से चंद मीटर की दूरी पर बनाई जा रही है। नियमानुसार 100 मीटर के दायरे में इतना ऊंचा निर्माण नहीं किया जा सकता है। सेना का पत्र मिलने के बाद जल निगम को यहां काम बंद करना पड़ गया है। जल निगम की गलती के चलते ग्रामीणों को जल्द स्वच्छ पेजयल नहीं मिले वाला है। पानी तो दूर परेशानी और बढ़ गई है। पाइप लाइन बिछाने के लिए पहले ही यहां सड़कें खोद दी गई हैं।

जल निगम की गलती से पैसा बर्बाद

जल निमग की एक गलती से करीब 50 लाख रुपये बर्बाद हो गए हैं। वैसे तो टंकी निर्माण से पहले सर्वे किया जाता है। मगर किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया कि जो जगह चिंहित की गई है, वह रडार क्षेत्र से सटी हुई है। इसी गलती ने पचास लाख रुपये बर्बाद कर दिए हैं। क्योंकि राष्ट्र सुरक्षा से बढ़कर कुछ नहीं है। इसलिए अब यहां टंकी बनना मुमकिन नहीं है।

पहले ही खोद दी सड़कें

ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल तो क्या मिलता, परेशानी और बढ़ गई है। टंकी निर्माण से पहले ही जल निगम ने पाइप लाइन बिछवाने के लिए गांव की सड़कें खुदवा दी। जिससे ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है।

अधिकारियों से करेंगे शिकायत

जल निगम की लापरवाही ने ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा दी है। मामले में भाकियू के जिला मीडिया प्रभारी अजय दबथुवा, सौराज सिंह, प्रवेश चौधरी, बीरपाल सिंह आदि का कहना है कि अधिकारियों से मिलकर समस्या का समाधान कराया जाएगा। विभाग की गलती ग्रामीण क्योंकि भुगतें।

पौहल्ली टंकी पर भी फंसा था पेंच

पौहल्ली गांव के लिए बनाई जा रही टंकी पर भी पेंच फंसा था। रडार से दूसरी छोर पर टंकी का निर्माण हो रहा है। मगर बीच मे मेरठ-करनाल हाईवे आने के साथ ही सौ मीटर से अधिक दूरी होने को देखते हुए टंकी निर्माण को हरी झंडी दे दी गई।

इनका कहना है:

दबथुवा में टंकी निर्माण का करीब तीन करोड़ का प्रोजेक्ट है। सेना का पत्र आने के बाद टंकी का निर्माण बंद करा दिया गया है। करीब पचास लाख रुपये की लागत का निर्माण हो भी चुका है। उच्चाधिकारियों के आदेश पर आगे निर्णय लिया जाएगा।
-एसके सुमन, जेई जल निगम मेरठ

टंकी का निर्माण कार्य बंद होने की बात जानकारी में आई है। रडार के निकट टंकी का निर्माण हो रहा था। जल निगम के अधिकारी अपने स्तर से देख रहे हैं।
-मलूक सिंह, ग्राम प्रधान दबथुवा

What’s your Reaction?
+1
0
+1
1
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments