- मॉल रोड पर जाम से जूझते रहे लोग, दिल्ली रोड और घंटाघर पर भी लगा रहा भयंकर जाम, यात्री परेशान
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भैयादूज पर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है। पुलिस ने इंतजाम तो बहुत किए थे, लेकिन भीड़ और अतिक्रमण के कारण अफसरों के तमाम दावे औंधे मुंह गिर गए। सुबह से दोपहर तक यातायात सरपट दौड़ता रहा, लेकिन दोपहर के बाद स्थिति गड़बड़ाती चली गई।
भैंसाली डिपो के बाहर तो पुलिस को टेम्पो चालकों पर लाठियां फटकारनी पड़ी। यातायात पुलिस ने धनतेरस से लेकर भैयादूज तक जाम नहीं लगने देने के लिए मजबूत प्लान बनाया था,एल ब्लॉक तिराहा से बेगमपुल और बेगमपुल से बागपत अड्डा) रूट और माल रोड पर फोकस किया गया।
शहरभर में 33 प्रेशर प्वाइंट पर ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी। खराब वाहन जाम का कारण न बनें, इसके लिए क्रेनों को भी मूवमेंट पर रखा गया। बावजूद इसके, शहर में कई जगहों पर भीषण जाम रहा। हालांकि, कई जगहों पर यातायात व्यवस्था सुदृढ़ भी रही।
इन स्थानों पर झेलना पड़ा जाम दोपहर बाद दिल्ली रोड पर टीपीनगर कट, फुटबाल चौक, मेट्रो प्लाजा, रेलवे रोड, केसरगंज, सोतीगंज, घंटाघर के अलावा माल रोड, जीरो माइल और बेगमपुल पर भीषण जाम रहा। हापुड़ अड्डा और भूमिया का पुल पर भी लोगों ने कई बार जाम झेला।
भैंसाली डिपो के बाहर टेम्पो चालकों के कारण जाम लगा रहा। भीड़ व अतिक्रमण ने छुड़ाए खाकी के पसीने शहर को जाम मुक्त करने के लिए भैयादूज पर ट्रैफिक पुलिस के मजबूत बंदोबस्त थे, परंतु अत्याधिक भीड़ और सड़कों पर अतिक्रमण के कारण पुलिस के भी पसीने छूट गए।
सड़कों पर दोपहर बाद बेतहाशा भीड़ उमड़ पड़ी। पुलिस उसे कंट्रोल करने में लगी रही, लेकिन अतिक्रमण के कारण सड़कें कई जगह बेहद संकरी हो गई है, जो जाम की मुख्य वजह रहा। नगर निगम ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। यदि निगम अतिक्रमण करने वालों पर शिकंजा कस देता तो लोगों को परेशानी नहीं झेलनी पड़ती।
जाम से हॉफ गई सड़कें
भैय्या दूज के त्योहार पर जिले भर की सड़कें जाम रही। दिन भर लोगों के वाहन सड़क पर रैंगते रहे। मॉल रोड पर भी लोग जाम से जूझ रहे थे, जहां पर कभी जाम लगता ही नहीं है। मवाना रोड, बागपत रोड, दिल्ली रोड, रेलवे रोड पर लोग जाम की समस्या से त्रस्त रहे। लोगों को सबसे बड़ी दुविधा यही थी कि ट्रैफिक पुलिस की तैनाती होने के बावजूद जाम नहीं खुल पा रहा था। सुबह से शाम तक लोग सड़कों पर जाम से ही जूझते रहे।
शहर ही नहीं, बल्कि नानू पुल, दौराला पुल, रोहटा रोड पुल, जानी पुल भी जाम में फंसे रहे। दिन भर गंगनहर पटरी पर जाम रहा। वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई थी, जिसको लेकर पुलिस कर्मी जुटे थे, मगर वाहनों के जाम की समस्या कम नहीं हो रही थी। टैÑफिक पुलिस ने फुल प्लानिंग जाम की नहीं की थी। यदि जाम से निपटने की तैयारी पहले से की होती तो दिन भर सड़कों पर जाम नहीं लगता।
लोग जाम से जूझते रहे, मगर पुलिस भी जाम खुलवाते हुए हॉफ गई। पुलिस पहले से इसकी तैयारी करके चलती तो इतना बुरा जाम नहीं लगता, जिसमें जनता को दिन भर परेशान होना पड़ा। जो व्यक्ति सुबह गणतव्य के लिए निकला था, वो शाम तक ही पहुंचे। जगह-जगह से जाम की समस्या की ग्रामीण क्षेत्रों से भी खबर आयी है। चीनी मिल के गन्ने के ट्रक भी जाम में फंसे खड़े रहे। इससे चीनी मिलों में गन्ने की समस्या पैदा हो गयी थी।
भैयादूज के पर्व पर जगह-जगह लगा जाम
भैयादूज के पावन पर्व पर सोमवार को जगह-जगह भीड़ रही। हाइवे से लेकर शहरों के बाजारों एवं देहात क्षेत्र के बाजारों में भी भयंकर भीड़ रही। भैयादूज के इस पर्व पर बहने अपने भाइयों को टीका करने के लिए दूरदराज से भाइयों के पास पहुंची। जिसके चलते दिन भर हाइवे से लेकर देहात के मार्गों पर भी जबरदस्त जाम रहा।
बाजारों में बढ़ी रौनक को देखते हुए जनपद के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मुस्तैदी के साथ पुलिस बल के साथ बाजारों में ड्यूटी निभाते हुए नजर आए। भैयादूज के इस पावन पर्व पर अपने भाइयों के जाने के लिए सुबह से ही बहनों का जमावड़ा लगा रहा। रोडवेज बस अड्डे से लेकर टेम्पो स्टैंड तक महिलाओं की अच्छी खासी भीड़ रही।
हालांकि बहनें दूर होने के कारण भाई भी अपनी बहनों के खुद पहुंचे। जिसके चलते जहां बाजारों में खरीदारी करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। वही हाइवे पर भी जगह-जगह जाम रहा। टोल प्लाजा से लेकर पल्हैड़ा चौराहे तक हाल बेहाल रहा। यहां जाम की स्थिति इस कदर भयंकर थी कि हर कोई यहां परेशानी में जूझता हुआ नजर आया। जिसके चलते लोग परेशान दिखाई दिए।
भैयादूज को लेकर रोडवेज पर रही मारामारी
भैयादूज के दिन सोमवार को रोडवेज की बसों में काफी भीड़ देखने को मिली। इस दौरान भैसाली व सोहराब गेट से संचालित होने वाली बसों में खचाखच भीड़ दिखाई दी। इसके मद्देनजर रोडवेज प्रबंधन ने कई रूटों पर अतिरिक्त बसें भी चलाई और बसों के फेरे भी बढ़ाए। जिसमें गाजियाबाद, अलीगढ़, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, आगरा व बुलंदशहर आदि रूटों पर चलने वाली बसों में लोगों को भीड़ के चलते परेशानी का भी सामना करना पड़ा। वहीं, कोविड-19 के तहत जारी की गई गाइडलाइंस का भी पालन कराना मुश्किल हो गया। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग भी तार तार नजर आई।
चलाई गई अतिरिक्त बसें
त्योहार के मद्देनजर पहले ही रोडवेज ने काफी तैयारियां की थी, लेकिन भीड़ ने परिवहन विभाग को एक बार फिर फेल साबित कर दिया। त्योहारी सीजन को देखते हुए रोडवेज की ओर से लंबे रूटों पर सौ से भी अधिक अतिरिक्त बसों को चलाया गया। हालांकि फिर भी बसों में यात्रियों की खासी भीड़ रही और कई रूटों पर यात्रियों को सीट न मिलने जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ा।
बस स्टैंड पर बसों का इंतजार करती रहीं महिलाएं
शहर के बस स्टैंड पर महिलाएं अपने भाई के माथे पर तिलक करने के लिए इंतजार करती नजर आई। बसों का इंतजार कर रहे लोगों का कहना था कि भैयादूज पर जो बसें चल रही है वह खचा खच भरी हैं। जिससे लोगों को बसों में चढ़ना-उतरना मुश्किल हो रहा है।