- दो बजे तक का समय होने के कारण रहती है लाइन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोरोना संक्रमण के कारण तीन दिन से बंद पड़े बैंक मंगलवार को खुल गए। जैसे ही बैंक खुले बैंकों के बाहर लंबी-लंबी लाइन देखने को मिली। क्योंकि सुबह से ही खाताधारक बैंकों के बाहर पहुंच गए। ताकि वह समय से बैंक से पैसे निकला सकें। वहीं, दूसरी ओर कई दिन से परेशान तीमारदारों ने भी राहत की सांस ली। क्योंकि बैंकों के बंद होने के कारण एटीएम भी खाली हो गए थे।
जिससे जिनके परिवार का सदस्य अस्पताल में भर्ती थे, उन्हें पैसे का पं्रबंध करने के लिए शहर भर में भटक ना पड़ा। जिससे उन्हें कही पर तो कैश मिल जाएं और वह अपने मरीज के लिए आॅक्सीजन सिलेंडर के साथ-साथ अन्य प्रकार की सुविधाओं का इंतजाम कर लें।
दरअसल कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए यूपी में 17 मई तक आंशिक रूप से लॉकडाउन लगाया गया है। इसी वजह से शनिवार-रविवार एवं सोमवार तीन दिन तक बैंक भी बंद रहे। बैंकों के बंद होने के कारण अधिकतर एटीएम खाली हो गए। जिससे तीमारदारों को अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ा।
शासन के निर्देश अनुसार अब बैंकों में खाताधारकों का लेन देन से जुड़ा कार्य दो बजे तक ही हो पा रहा है। उसके पश्चात बैंकों में सिर्फ बैंक संबंधित कार्य किया जाता है। उससे ग्राहकों को अनेकों दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दरअसल महामारी के दौर में मरीजों की जान बचाने के लिए तीमारदार पैसे को इधर-उधर से एकत्रित करते हैं। ताकि मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराएं, लेकिन बैंकों के बंद होने के कारण कहीं ना कहीं तीमारदारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे बैंक उपभोक्ता
दौराला/लावड़: तीन दिन से बंद पड़े बैंकों के खुलने के बाद से उपभोक्ताओं की बड़ी तादाद में बैंकों के बाहर भीड़ लग गई। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ती हुई नजर आई है। बैंक परिसर में भीड़भाड़ न हो। इसके लिए पहले ही संकेत दे रखे हैं, लेकिन इसके बाद भी बैंकों के अंदर उपभोक्ताओं की बेशुमार भीड़ पीछा नहीं छोड़ रही है। जिसके चलते लोगों को यह भीड़ परेशानी में डाल सकती है।
देहात क्षेत्र में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां जनता खुद उड़ाते हुए नजर आ रही है। बैंक परिसर के बाहर बड़ी तादाद में लंबी लाइन लगाकर उपभोक्ता खड़े हैं। इस कोरोना वैश्विक महामारी के प्रकोप से बचाव के लिए बैंकों द्वारा भी विभिन्न प्रबंध किए जा रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी ग्राहक इन प्रबंधों को पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस भी भीड़ को सजगता बरतने के लिए दिशा-निर्देश दे चुकी है, लेकिन उसके बाद भी कोरोना की गाइड लाइन का पालन नहीं किया जा रहा है।
बैंक अधिकारियों का कहना है कि समझाने के बाद भी कोरोना की गाइड लाइन का जनता द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसे में लोगों को कोरोना की भयंकर बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। ऐसे में अब सभी को कोरोना की गाइड लाइन का पालन करना चाहिए और इस भयंकर बीमारी से बचाव करना चाहिए।