नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है। क्या आप जानते है कि रात में लाइट जलाकर सोने से स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। बताया तो यहां तक जाता है कि इससे कई तरह की बीमारी होने का जोखिम रहता है। इतना ही नहीं इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाली नीली रोशनी आपके मूड पर सबसे बुरा प्रभाव डालती है। लाइट नींद की कमी से संबंधित है, जो मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन पैदा कर सकती है। तो आइये जानते है…
हार्ट डिजीज
लाइट बॉडी के क्लॉक को डिस्टर्ब करने का काम करता है, जिससे बायोमैकेनिकल बदलाव होने लगते हैं। जिससे लंबे समय में हार्ट डिजीज होने का खतरा रहता है।
डिप्रेशन
इसके अलावा रात में लाइट जलाकर सोने से अवसाद यानि की डिप्रेशन का जोखिम बढ़ जाता है। इतना ही नहीं इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाली तेज नीली लाइट आपके मूड और स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालती है। बता दें कि लाइट नींद की कमी से संबंधित है। लाइट जलाकर सोने से मूड स्विंग होने और स्वभाव में चिड़चिड़ापन पैदा कर सकती है। साथ ही आपको अवसाद का भी सामना करना पड़ा सकता है। इसलिए नींद के दौरान लाइट जलाने से बचना चाहिए।
ब्लड शुगर लेवल का बढ़ना
रात में सोने के दौरान लंबे समय तक लाइट को जलाकर रखने से आपका ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है। इससे आपको डायबिटीज और इंसुलिन प्रतिरोध होने का खतरा बना रहता है। इसलिए कोशिश करें कि इस आदत को जल्दी छोड़ा जा सके। क्योंकि नींद का सीधा संबंध हमारी सेहत से होता है। लाइट शरीर के सिस्टम को डिस्टर्ब करने का काम करती है। जिससे कि आपकी बॉडी में बायोमैकेनिकल बदलाव होने लगते हैं। इस दौरान आपको हाई ब्लड प्रेशर होने का खतरा रहता है।