जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: राजधानी की राजनीति में शनिवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला, जब आम आदमी पार्टी (AAP) के 13 पार्षदों ने एक साथ इस्तीफा देकर पार्टी को करारा झटका दिया। इन बागी पार्षदों ने न सिर्फ पार्टी छोड़ी, बल्कि नई राजनीतिक पार्टी ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ के गठन की घोषणा भी कर दी है।
इस नए राजनीतिक दल का नेतृत्व हेमचंद गोयल कर रहे हैं, जबकि मुकेश गोयल को पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। पार्षदों ने एमसीडी (दिल्ली नगर निगम) में अलग गुट बनाकर तीसरा मोर्चा (थर्ड फ्रंट) बनाने की बात भी कही है।
क्यों छोड़ी ‘आप’?
सूत्रों के मुताबिक, इन पार्षदों का कहना है कि AAP में अंतर्कलह, नेतृत्व से असंतोष और स्थानीय मुद्दों की अनदेखी के चलते उन्होंने यह कड़ा कदम उठाया है। इन नेताओं का यह भी दावा है कि उनकी नई पार्टी स्थानीय विकास, पारदर्शिता और जनसरोकारों पर आधारित राजनीति को आगे बढ़ाएगी।
एमसीडी में बदलेगा समीकरण?
13 पार्षदों के इस सामूहिक इस्तीफे के बाद एमसीडी में AAP की स्थिति कमजोर हो सकती है, और राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव संभव है। बागी पार्षदों द्वारा तीसरा मोर्चा बनाने की घोषणा के बाद दिल्ली की स्थानीय राजनीति में एक नई चुनौती उभरती नजर आ रही है।
आगे की रणनीति क्या?
इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी के नेताओं का कहना है कि वे अब नगर निगम स्तर पर एक मजबूत वैकल्पिक नेतृत्व स्थापित करना चाहते हैं और जल्द ही अपने विजन डॉक्युमेंट और अगली रणनीति की घोषणा करेंगे।