Monday, January 6, 2025
- Advertisement -

काले गेहूं की खेती

KHETIBADI


बढ़ती जनसंख्या के साथ विश्व में भोजन की कमी और आवश्यकता दोनों तेजी से बढ़ रही है। वहीँ अगर गेहूं की बात करें तो गेहूं (हँीं३) एक महत्वपूर्ण फसल है जो विश्व खाद्य आवश्यकता को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गेहूं पूरी दुनिया में उगाया जाता है। वहीं गेंहू की उपज और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सुधार आवश्यक है।

पंजाब के मोहाली में नेशनल एग्री-फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट की वैज्ञानिक डॉ. मोनिका गर्ग ने गेहूं की तीन नई किस्में विकसित की हैं- काली, नीली और बैंगनी। अपने खास गुणों के चलते इसकी मांग काफी अधिक रहती है। वहीं दूसरी ओर इसकी सप्लाई लिमिटेड होने के चलते इसकी कीमत काफी अधिक मिलती है। डायबिटीज के रोगियों के लिए काला गेहूं बहुत ही फायदेमंद होता है। यह गेहूं कैंसर से बचाने में भी मदद करता है।

भारत में काले गेहूं की खेती

हमारे देश में काले गेहूं की खेती उन सभी राज्यों में की जा सकती है, जहां सामान्य गेहूं पैदा किया जाता है। हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश सहित भारत के सभी गेहूं उत्पादक राज्यों की जलवायु और मिट्टी, इसकी उपज के लिए उपयुक्त है। हाल फिलहाल की बात करें तो उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर शुरू भी की जा चुकी है।

काले गेहूं का प्रजनन

जापान से प्राप्त विदेशी जर्मप्लाज्म को सामान्य उच्च उपज देने वाली और रोग प्रतिरोधी गेहूं की किस्म (ढइह621) और चयन के बाद, काला गेहूं ‘नबी एमजी’ के नाम से जाना जाता है अग्रणी वैज्ञानिक डॉ. मोनिका के नेतृत्व में ठअइक, मोहाली में भारत में विकसित किया गया।

रंग का कारण

वर्णक “एंथोसायनिन”, जो फलों और सब्जियां के रंग को भी प्रभावित करता है। ये एंथोसायनिन प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले एंटीआॅक्सिडेंट जो अनाज भरने के दौरान एक खेत में बनते हैं।

सामान्य गेहूं में एंथोसायनिन की मात्रा 5 पीपीएम (प्रति भाग भाग) होती है , काले गेहूं के दाने में एंथोसायनिन की मात्रा लगभग 100-200 पीपीएम होने का अनुमान है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से काला गेहूं एक स्वस्थ विकल्प है।

इस प्रकार का अनाज काले के अलावा बैंगनी और नीले रंग में भी उपलब्ध है। कारण यह है कि, रंग अंतर के अलावा, काले गेहूं के उच्च पोषण संबंधी लाभ होते हैं। एंथोसाएनिन के अलावा काले गेहूं में जिंक और आयरन की मात्रा में भी अंतर होता है।

काले गेहूं में आम गेहूं की तुलना में 60 फीसदी आयरन ज्यादा होता है। हालांकि, प्रोटीन, स्टार्च और दूसरे पोषक तत्व समान मात्रा में होते हैं।

यह कैसे उगाया जाता है

काला गेहूं सामान्य गेहूं की तरह ही उगाया जाता है। पौधा और पुष्पगुच्छ काला होता है, लेकिन जब बीज पक जाता है, तो उसकी चमक पर एक काला रंग दिखाई देता है।इसे पकने में 130-135 दिन लगते हैं और बीज छोटे होते हैं।

स्वास्थ्य लाभ

काला गेहूं उच्च रक्तचाप, सर्दी, मूत्र संक्रमण, और हृदय रोग जैसी कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
इसमें नियमित गेहूं की तुलना में अधिक एंटीआॅक्सीडेंट भी होते हैं, जो हमारे शरीर में एंटीबॉडी और फ्री-रेडिकल्स नियंत्रित करने में मदद करता है। कैंसर से बचने के अलावा काला गेहूं मोटापा, आंख रोग, और रोग प्रतिरोधक क्षमता जैसे कई तरह के विकारों को भी ठीक करता है। काला गेहूं एक बेहतर आहार पूरक है जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में और निम्न रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल का स्तर निम्न करने में मदद करता है । इसकी चपाती कब्ज और अन्य पाचन विकार से राहत दिलाने में मदद करती है। काले गेहूं में असंतृप्त फैटी एसिड की उपस्थिति मधुमेह, हृदय संबंधी विकार (उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक, परिधीय संवहनी रोग, और कोरोनरी धमनी रोग आदि)के खतरे को कम करती है।

काले गेहूं की खेती में मुनाफा

काला गेहूं बाजार में ऊंचे दाम पर बिकता है, क्योंकि इसके फायदे बहुत अधिक हैं। काला गेहूं बाजार में 7-8 हजार रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिकता है। यानी प्रति किलो की लागत करीब 70-80 रुपये। वहीं दूसरी ओर सामान्य गेहूं 1700-2000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिकता है। हालांकि, इस गेहूं के उत्पादन में सामान्य गेहूं के मुकाबले लागत थोड़ी अधिक आती है, लेकिन ऊंची कीमत पर बिकने की वजह से मुनाफा काफी अधिक होता है।
-भारती देवी और डॉ. रुपेश कुमार मीना


janwani address 9

What’s your Reaction?
+1
0
+1
1
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

‘लाल आतंक’ के अंतिम गिनती शुरू, क्योंकि गृहमंत्री अमित शाह ने तयकर दी डेडलाइन

दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक अभिनंदन और...

बुद्धि और मन की जंग

चंद्र प्रभा सूद मन और बुद्धि जब किसी विषय पर...

अद्भुत है गुरु गोविंद सिंह की जन्म स्थली पटना साहिब का गुरुद्वारा

गुरु गोबिंद सिंह जयंती डॉ.श्रीगोपालनारसन एडवोकेट बिहार की राजधानी पटना के...
spot_imgspot_img