- एक स्कूल मालिक से 20 लाख रुपये मांंगने का लगा था आरोप
- वीडियो को लेकर तब जांच भी हुई थी और उनको क्लीन चिट भी मिली थी
- शासन ने लखनऊ सीबीसीआईडी भेजा, कमलेश बहादुर नये एसपी देहात
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आखिरकार वाराणसी के एक स्कूल मालिक से 20 लाख रुपये मांगने का वीडियो वायरल होने पर शासन ने सख्त रुख अपनाते हुए एसपी देहात अनिरुद्ध सिंह का तबादला करते हुए लखनऊ में एसपी सीबीसीआईडी के पद पर भेज दिया है। वहीं बुलंदशहर से एसपी कमलेश बहादुर को मेरठ का एसपी देहात बनाया गया है।
जब आईपीएस अनिरुद्ध सिंह वाराणसी के चेतगंज में एएसपी थे तब वहां के सनबीम स्कूल के मालिक पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ था। उस समय स्कूल मालिक से बीस लाख रुपये मांगने का वीडियो वायरल होने के बाद उनको वहां से हटा दिया गया था। हालांकि इस वीडियो को लेकर तब जांच भी हुई थी और उनको क्लीन चिट भी मिली थी।
इसके बाद भी उनका तबादला एएसपी इंटेलीजेंस कर दिया गया था।
उस वक्त का वीडियो एक बार फिर तेरह मार्च को दोबारा वायरल हो गया। वीडियो में अनिरुद्ध सिंह ने एक स्कूल मालिक से कहा था कि बीस लाख भेजिये। काल पर व्यापारी कहता है कि आज हम दस या बीस लाख ही भेजेंगे। व्यापारी ने यह भी कहा था कि इतनी बड़ी रकम बैंक से निकालने पर शक नहीं होगा क्या। इस पर अनिरुद्ध ने कहा कम से कम बीस लाख तो भेजिये।
इस पर डीजीपी डीएस चौहान ने इस मामले की जांच के आदेश वाराणसी कमिश्नरेट को देते हुए तीन दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिये थे। फलावदा निवासी इंटरनेशनल गौ तस्कर अकबर बंजारा और उसके भाई सलमान बंजारा को असम पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मुठभेड़ में मारे गए बंजारा भाइयों की अवैध संपत्ति को कुर्क करने के आदेश दिए थे।
अनिरुद्ध कुमार ने मेरठ सहित आसपास के जिलों में भी बंजारा भाइयों की संपत्ति को कुर्क कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। प्रशासन ने बसपा के पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की करीब 32 करोड़ रुपए की संपत्ति को कुर्क करने का आदेश दिया था। उन्होंने याकूब कुरैशी की संपत्ति को कुर्क कराने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।