- ब्रिटिश सरकार के एचएम ट्रेड कमिश्नर एलन गैमेल ने किया आईटीआई का भ्रमण
- छात्रों को अब देश-विदेश में काम करने का मिलेगा अवसर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अब आईटीआई साकेत के छात्र-छात्राओं के लिए नौकरी के नए अवसर खुलने जा रहे हैं। क्योंकि जल्द ही आईटीआई के छात्रों को ब्रिटिश कंपनियों में काम करने का मौका मिलेगा। जिसके लिए मंगलवार को एक रास्ता भी खुल गया है। बता दें कि मंगलवार को ब्रिटिश सरकार के एचएम टेÑड कमिश्नर ने आईआईटी साकेत में दौरे के लिए पहुंचे।
जहां उन्होंने बताया कि मेरठ आईटीआई के छात्र-छात्राओं को जल्द ही विदेशों में नौकरी के अवसर मिलने वाले हैं। वहीं, दूसरी ओर बीते दिनों टाटा मोटर्स से भी कॉलेज का करार होने से छात्र-छात्राओं के लिए रोजगार के और अवसर भी खुलने जा रहे है।
टाटा से भी हुआ करार
आईटीआई साकेत के युवाओं को टाटा मोटर्स कंपनी में नौकरी के अवसर भी प्राप्त होंगे। इसके लिए आईटीआई साकेत के साथ टाटा मोटर्स कंपनी का करार हो गया है। देशभर से केवल पचास आईटीआई कॉलेजों का सिलेक्शन किया गया है। जिसमें मेरठ को भी प्राथमिकता दी गई है। इ
स संबंध में अभी हाल फिलहाल में टाटा कंपनी ने कॉलेज का निरीक्षण किया है और जगह को भी चिंहित कर लिया गया है, जहां पर लैब बनेगी। 10 हजार स्कायर फीट की इस लैब में न केवल पुराने कोर्स को अपडेट किया जाएगा। बल्कि उनसे ही विभिन्न विषयों को जोड़कर सिखाया जाएगा। यही नहीं कोर्स के बाद ही जॉब के अवसर भी कंपनी छात्रों को प्रदान करेगी।
सर्वे में मेरठ आईटीआई का है पहला नंबर
ब्रिटिश सरकार के एचएम टेÑड कमिश्नर एलन गैमल ने भारत व ब्रिटिश देश के बीच उद्योग समन्वय स्थापित करने की संभावनाओं को तलाशने के मकसद से भारत के विभिन्न आईटीआई कॉलेजों में दौरा किया है। इस सर्वे में यूपी के करीब 50 कॉलेजों के निरीक्षण के बाद उनको मेरठ पसंद आया है।
तीन बिंदुओं पर जांच करने के बाद उन्होनें पाया कि मेरठ आईटीआई में जॉब प्लेसमेंट 80 से 90 प्रतिशत के बीच है। उन्होंने शिक्षकों के प्रशिक्षण स्टाइल व छात्रों की पांच सालों की संख्या के आधार पर पाया कि मेरठ यूपी में अन्य कॉलेजों से पहले नंबर पर है। आंकड़ों पर नजर डाले तो आईटीआई साकेत में 12 सौ छात्र इस वर्ष पंजीकृत है। बीते पांच सालों से 1000 से 12 सौ के बीच ही आंकड़ा रहा है।
दौरे पर दी जानकारी
दौरे पर पहुंचे ट्रेड कमिश्नर गैमल ने बताया कि उन्होंने पहले मेरठ जनपद के उद्योगियों के साथ भी मीटिंग की है। उद्योगों के साथ ही कॉलेज के द्वारा एमओयू किए होने के कारण उनके द्वारा संस्थान की विजिट की गई थी एवं कॉलेज के प्रशिक्षार्थियों द्वारा तैयार किए गए मॉडल्स को देखकर वो काफी उत्साहित हुए। छात्रों द्वारा बनाई गई सौलर बाइक एवं अन्य मॉडल काफी पसंद किए गए।
जिसको देखते हुए ब्रिटिश सरकार द्वारा सहायता प्रदान कराने व स्किल की अवश्यकता के अनुसार जब आर्प्च्यूनेटी देने की बात कही गई है। गैमल ने संस्थान के नोडल प्रिंसिपल पीपी अत्रि के साथ विचार करते हुए कॉलेज में किए जा रहे है रोजगारपरक कोर्स में ब्रिटिश कंपनियों में नौकरी के अवसर प्रदान करने की बात भी कही है। मौके पर ईश्वर चंद, संदीप सिंघल, उदयवीर सिंह, कुलदीप सिंह भी मौजूद रहे।