नमस्कार,दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। घरेलू शेयर बाजार ने बुधवार को बीते कारोबारी सत्र की गिरावट से उबरते हुए मजबूती के साथ शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में निवेशकों का रुझान सकारात्मक दिखा, जिससे बाजार हरे निशान में खुला।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 281.43 अंकों की बढ़त के साथ 81,429.65 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 96.65 अंक चढ़कर 24,675 के स्तर पर कारोबार करता नजर आया।
शेयर बाजार की मजबूती के साथ ही विदेशी मुद्रा बाजार में भी रुपये ने मजबूती दिखाई। शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 31 पैसे की तेजी के साथ 85.05 पर पहुंच गया।
बाजार में क्यों आया उछाल?
शुरुआती कारोबार में इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में उछाल आया, क्योंकि अप्रैल में खुदरा मुद्रास्फीति लगभग छह साल के निचले स्तर 3.16 प्रतिशत पर आ गई। इससे रिजर्व बैंक के लिए जून की मौद्रिक नीति समीक्षा में दरों में कटौती की पर्याप्त गुंजाइश बन गई। इसके अलावा अप्रैल में अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़ों में गिरावट ने इक्विटी बाजारों में सकारात्मक रुझान को और बढ़ाया। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने मंगलवार को 476.86 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
किसे फायदा, किसे नुकसान?
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील, भारती एयरटेल, इटरनल, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व और रिलायंस इंडस्ट्रीज को सबसे ज्यादा फायदा हुआ। दूरसंचार ऑपरेटर भारती एयरटेल ने मार्च 2025 की तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ में लगभग पांच गुना वृद्धि दर्ज की। इसकी मुख्य वजह टैरिफ वृद्धि का प्रभाव और कर लाभों पर एकमुश्त लाभ है। हालांकि, टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स, नेस्ले और इंडसइंड बैंक पिछड़ते नजर आए। टाटा मोटर्स में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, क्योंकि कंपनी ने मार्च तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ में 51 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स ?
जियोजित इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, ‘अप्रैल में सीपीआई मुद्रास्फीति में 3.16 प्रतिशत की तेज गिरावट भारतीय बाजार के लिए एक मजबूत संकेत है। इससे एमपीसी के लिए इस कटौती चक्र में दरों में तीन बार और कटौती करने के लिए पर्याप्त गुंजाइश है। यह सामान्य रूप से बाजार और विशेष रूप से दर संवेदनशील क्षेत्रों के लिए सकारात्मक है।’
क्या हैं बाजारों के हाल?
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई का एसएसई कंपोजिट इंडेक्स और हांगकांग का हैंग सेंग हरे निशान पर कारोबार कर रहा था, जबकि जापान का निक्केई 225 इंडेक्स लाल निशान पर था।