- सीईओ ने कहा, विकास कार्यों से संबंधित प्रस्तावों को दी जाएगी प्राथमिकता
- ट्रेड लाइसेंस शुल्क पर रहेगी सबकी नजर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: इस बार 23 मार्च को होने वाली कैंट बोर्ड बैठक में बोर्ड सदस्यों के मुख्य मुद्दे छावनी क्षेत्र के विकास को लेकर होंगे। बोर्ड सदस्यों की ओर से भी बोर्ड बैठक को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। सभी सदस्यों ने छावनी क्षेत्र के लोगों के विकास कार्यों को प्राथमिकता से उठाने की बात कही है। उधर, सीईओ ने भी छावनी क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता दी है।
बीना वाधवा के उपाध्यक्ष बनने के बाद 23 मार्च को कैंट बोर्ड की पहली बोर्ड बैठक होने जा रही है। बोर्ड सदस्यों ने भी बैठक को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में कैंट उपाध्यक्ष बीना वाधवा ने भी कैंट बोर्ड सीईओ नवेन्द्र नाथ से मुलाकात कर बोर्ड बैठक के एजेंडे को लेकर चर्चा की।
इस दौरान कैंट बोर्ड सीईओ ने उदारपूर्ण रवैया अपनाते हुए क्षेत्र के विकास कार्यों को प्राथकिता दी। उन्होंने विकास कार्यों को तरजीह देने की बात कही। उन्होंने कहा कि छावनी क्षेत्र के विकास और क्षेत्रवासियों की समस्याओं से संबंधित मुद्दे बोर्ड में रखे जाएं।
ट्रेड लाइसेंस शुल्क पर रहेगी नजर
बता दें कि छावनी क्षेत्र के व्यापारियों को ट्रेड लाइसेंस दिये जाने की योजना है। छावनी की ओर से जिसका पोर्टल भी शुरू किया जा चुका है। जिस पर छावनी क्षेत्र के व्यापारी आॅनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के लिये भी आॅनलाइन आवेदन किया जाएगा।
इस योजना के शुरू होने के बाद क्षेत्र के व्यापारियों ने ट्रेड लाइसेंस का विरोध किया। जिसके बाद कैंट बोर्ड सीईओ ने इस मामले पर बोड बैठक में निर्णय लिये जाने की बात कही थी। 23 मार्च को होने वाली बोर्ड बैठक में ही ट्रेड लाइसेंस शुल्क पर निर्णय लिया जाएगा। जिस पर सभी की नजर रहेगी।
पिछले दो सप्ताह से लोगों की समस्याएं सुन रहे बोर्ड सदस्य
बता दें कि बीना वाधवा के कैंट उपाध्यक्ष बनने के बाद से वह खुद और बोर्ड सदस्य नीरज राठौर, अनिल जैन, रिनी जैन और बुशरा कमाल ने कैंट बोर्ड में जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान म्यूटेशन, पानी का कनेक्शन लेने, हाउस टैक्स आदि से सुड़ी समस्याएं आईं।
बोर्ड सदस्यों की ओर से जिनका निवारण भी कराया गया। क्षेत्रवासियों से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिये पांचों बोर्ड सदस्यों की ओर से हर संभाव प्रचास किये जा रहे हैं। आगामी बोर्ड बैठक में भी क्षेत्रवासियों से जुड़ी व विकास से जुड़े मुद्दों को ही प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही जनता की समस्याओं को भी बोर्ड सदस्यों के सामने रखा जाएगा।
विपिन सोढ़ी के घर के बाहर से नहीं हटा उपाध्यक्ष लिखा बोर्ड
कैंट बोर्ड में नई उपाध्यक्ष बने एक माह होने को है, लेकिन अभी तक पूर्व उपाध्यक्ष की ओर से अपने घर के बाहर से कैंट उपाध्यक्ष पद का बोर्ड नहीं हटाया गया है। बता दें कि कैंट उपाध्यक्ष पद से हटे बोर्ड सदस्य विपिन सोढ़ी को एक माह होने को है, लेकिन अभी तक उन्होंने अपने घर के बाहर लगे उपाध्यक्ष पद के बोर्ड को नहीं हटवाया है। कैंट बोर्ड के कुछ सदस्यों ने विपिन सोढ़ी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर कैंट बोर्ड की राजनीति में हलचल मचा दी थी। जिसके बाद बोर्ड बैठक में बोर्ड सदस्य अनिल जैन, नीरज राठौर के प्रस्ताव के बाद बीना वाधवा कैंट उपाध्यक्ष बनीं थी।