Wednesday, June 26, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsSaharanpurशराब फैक्ट्री का कर चोरी प्रकरण: एसआईटी ने दर्ज किए बयान

शराब फैक्ट्री का कर चोरी प्रकरण: एसआईटी ने दर्ज किए बयान

- Advertisement -
  • दो सीएलसी गोदामों का होल्डर भी संदेह के घेरे में

वरिष्ठ संवाददाता |

सहारनपुर: टपरी स्थित शराब फैक्ट्री में कर चोरी मामले की जांच कर रही एसआईटी ने शुक्रवार को जेल जाकर 10 आरोपियों के बयान लिए। उधर, आबकारी उपायुक्त पर शिकंजा कसता जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि उनकी भूमिका बेहद संदिग्ध है। हालांकि, शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया है। इसी तरह देशी शराब के दो गोदामों का संचालक भी संदेह के घेरे में है।

बता दें कि देहात कोतवाली क्षेत्र के टपरी कस्बे में स्थित को-आपरेटिव कंपनी लिमिटेड नाम की देसी शराब की फैक्ट्री है। यहां पिछले दिनों एसटीएफ ने छापमारी की थी। कर चोरी का बड़ा मामला संज्ञान में आया है। अब शासन स्तर से गठित एसआईटी इसकी जांच मेंं जुटी है। पकड़ी गई टैक्स चोरी के मामले में शुक्रवार को एसआइटी ने जिला कारागार सहारनपुर में पहुंचकर 10 आरोपितों के बयान लिए। सभी आरोपितों से 120 से अधिक सवाल पूछे गए। आरोपितों का एसआइटी ने झूठ तक पकड़ा है।

सूत्रों का कहना है कि एक चालक माह में 60 से अधिक चक्कर उन्नाव के लगाता था, जबकि बिल में 30 चक्कर ही दिखाए जाते थे। इसमें दो ट्रांसपोर्टरों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। एसआइटी की जांच में सामने आ रहा है कि 100 करोड़ से अधिक की टैक्स चोरी एक साल में कर ली जाती है। यह संख्या और भी बढ़ सकती है। अभी जांच जारी है।

बता दें कि देहात कोतवाली थाने में 18 लोगों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं। इसके साथ ही एसटीएफ ने 10 आरोपितों को मौके से पकड़ कर पुलिस को सौंपा था। बाद में देहात कोतवाली पुलिस ने सभी आरोपितों को जेल भेज दिया था। इसमें कंपनी के सेल्स हेड अश्वनी उपाध्याय भी थे। बाकी फैक्ट्री के कर्मचारी, ट्रांसपोर्टर, गाड़ी के चालक शामिल थे।

एसआइटी को लीड कर रहे आइपीएस अधिकारी देव रंजन वर्मा ने बताया कि जिला कारागार में बंद सभी आरोपितों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। टैक्स चोरी में और किस-किस की भूमिका है, इसकी भी जांच की जा रही है। जेल सूत्रों का कहना है कि आरोपित चालक ने साफ तौर पर बताया कि उसे एक चक्कर अधिक लगाने के लिए 2500 रुपये मिलते थे।

संदेह के घेरे में सीएलसी गोदाम

टपरी डिस्टलरी से टैक्स चोरी वाली शराब की शहर में ही स्कूटरों के जरिये सप्लाई होती थी। इस काम को सीएलसी गोदामों के जरिये अंजाम दिया जा रहा था। लेकिन, अभी तक एसआईटी इस दिशा में कुछ नहीं कर सकी है। सूत्रों का कहना है कि एक सीएलसी होल्डर अंंगूरी शबनम नाम की शराब को पचास से अधिक स्कूटरों के जरिये हर रोज पेकारी करवा रहा था। अब अंगूरी शबनम देहात और शहर के भी देसी ठेकों से गायब है। सहारपुर केसीएलसी गोदामों का रिकार्ड खंगालने पर बहुत कछ राज सामने आ सकता है।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments