नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने न केवल सिनेमा की दुनिया को, बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। शुरुआत में इसे आत्महत्या माना गया लेकिन समय के साथ कई सवाल उठने लगे। अब हाल ही में सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट ने कई महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं। रिपोर्ट में यह पुष्टि की गई है कि उनकी मौत आत्महत्या थी और इसमें किसी प्रकार की साजिश या हत्या का कोई प्रमाण नहीं मिला है। सीबीआई ने यह भी कहा कि बांद्रा पुलिस ने इस मामले की जांच ठीक तरह से की थी और जांच में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई। ऐसे में चलिए जानते है कि अधिकारियों ने क्या कहा।
जांच में कोई गड़बड़ी नहीं थी
दरअसल, सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट में पाया गया कि मौत में कोई गड़बड़ी नहीं थी, बल्कि वह एक आत्महत्या का साधारण मामला था। सीबीआई की रिपोर्ट में इस बात की भी पुष्टि की गई है कि बांद्रा पुलिस द्वारा शुरुआती जांच में कोई गड़बड़ी नहीं थी, बल्कि वे सही दिशा में काम कर रहे थे। बांद्रा पुलिस ने एडीआर दर्ज की थी और मामले की जांच 46 दिनों तक की थी, उसके बाद मामला सीबीआई को सौंप दिया गया था। बांद्रा पुलिस की जांच पर कई हस्तियों ने सवाल भी उठाए थे और सही दिशा में जांच ना चलने के आरोप भी लगाए थे। मामले की जांच कर रहे बांद्रा पुलिस के एक अधिकारी ने क्लोजर रिपोर्ट आने के बाद कहा कि वह सीबीआई द्वारा जांच रिपोर्ट से आश्वस्त थे, लेकिन सीबाआई ने उनकी जांच पर भरोसा किया इसके लिए उन्होंने धन्यवाद कहा। साथ ही वह कहते हैं कि इसका परिणाम पहले आ जाना चाहिए था, अब इस मामले को पांच साल हो गए।
असल वजह बताई सुसाइड
22 मार्च 2025 को सीबीआई ने इस केस में अपनी क्लोजर रिपोर्ट मुंबई की एक विशेष अदालत में दाखिल कर दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक सीबीआई ने एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती पर लगे सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों में दोषी नहीं पाया था। साथ ही सीबीआई की आखिरी रिपोर्ट में सुशांत की मौत की असल वजह सुसाइड बताई गई थी।
कमरे में पंखे से लटके हुए पाए गए थे मृत
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत 14 जून, 2020 को मुंबई के बांद्रा अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। वे अपने कमरे में पंखे से लटके हुए थे। उस वक्त उनकी उम्र महज 34 साल थी। इसके बाद बॉलीवुड इंडस्ट्री में सन्नाटा छा गया था। इस मामले ने कई लोगों पर आशंका जताई थी। अब सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट ने सबकुछ साफ कर दिया है।