Tuesday, July 9, 2024
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हर्षोल्लास से मनाई स्वामी पूर्णानंद सरस्वती की जयंती

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  • स्वामी पूर्णानंद के 90 वर्षीय बेटे को किया सम्मानित

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: स्वामी पूर्णानंद सरस्वती का 122 वां जन्मदिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर स्वामी पूर्णानंद सरस्वती के 90 वर्षीय बेटे को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत आयुक्त सुरेंद्र सिंह द्वारा शहीद स्मारक पर स्वामी पूर्णानंद सरस्वती के चित्र व अशोक की लाट व अमर ज्योति पर शहीदों को पुष्पांजलि प्रदान करने के साथ हुई। इस अवसर पर स्वामी पूर्णानंद सरस्वती के परिवारजन व शहर के प्रबुद्ध नागरिक शहीद स्मारक पर एकत्रित हुए।

कार्यक्रम की शुरुआत में डा. मनीषा तोमर ने देश भक्ति गीत गाया। आयुक्त सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि अमृत महोत्सव के अवसर पर ज्ञात अज्ञात क्रांतिकारियों को महत्व दिया जा रहा है। जिन्हें किन्ही कारणों से इतिहास के पन्नों में दबा दिया गया और उस पर धूल की परत चढ़ा दी गई। डा. वीरोत्तम तोमर ने राष्ट्र कवि दिनकर की पंक्तियां तुमने देश को जीवन दिया, देश में तुम्हे क्या देगा, अपनी आग तेज करने को नाम तुम्हारा लेगा सुनाई।

स्वामी पूर्णानंद सरस्वती को श्रद्धांजलि देने के लिए संग्रहालय अध्यक्ष पतरु, डा. अमित पाठक, डा. राजीव सिंह, डा. सुभाष, डा. केके शर्मा, डा. पुष्पेंद्र पवार, डा. मीरा वर्मा, डा. हरेंद्र कुमार, डा. प्रज्ञान चौधरी इत्यादि उपस्थित रहे। आईएमए मेरठ के हाल में भी भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें शहर तथा आसपास के क्षेत्र के प्रबुद्ध वर्ग के लोग शमिल हुए। गुरुकुल नारंगपुर की छात्राओं द्वारा यज्ञ कराया गया, जिसमें बुढ़ाना गेट आर्य समाज के पुरोहित राजेंद्र शास्त्री, हरबीर सुमन यज्ञ के बह्मा रहे। बागपत क्षेत्र के सांसद डा. सत्यपाल सिंह ने कहा की स्वतंत्रता के आंदोलन में 70 से 80 फीसदी लोग आर्य समाज से प्रेरित थे।

स्वामी दयानंद सरस्वती ने सर्वप्रथम स्वराज शब्द का उद्घोष किया। जिसको बाल गंगाधर तिलक ने लोकप्रिय किया। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि आर्य समाज एक अलग मत नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जिसने हिंदू धर्म में फैली कुरीतियों को दूर करने का कार्य किया। आचार्य पुनीत शास्त्री ने कहा कि आर्य समाज ने जो कार्य स्वतंत्रता के इतिहास में किया वह अवर्णनीय है।

नगर आयुक्त मनीष बंसल ने डॉक्यूमेंट्री पर खुशी जाहिर की। विधायक कैंट अमित अग्रवाल व एडीएम ने भी स्वामी को श्रद्धांजलि दी। डा. सत्यपाल सिंह ने स्वामी पूर्णानंद सरस्वती के पुत्र वेद प्रकाश तोमर आयु 90 वर्ष को शॉल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर डा. मीरा वर्मा द्वारा रचित पुस्तक ‘संस्कृत के पर्याय’ का विमोचन किया गया। स्वामी पूर्णानंद सरस्वती के जीवन एवं कृतित्व पर शोध के लिए चयनित मंजली भाटी व उनकी गाइड डा. आशा को शॉल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता महानगर संचालक विनोद भारतीय ने की। कार्यक्रम के आयोजक डा. वीरोत्तम तोमर ने सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया। मंच का संचालन डा. पुरुषोत्तम व डा. वीर सिंह ने किया। इस अवसर पर एडवोकेट चौधरी नरेंद्र पाल सिंह, एडवोकेट ब्रह्मपाल, डा. राकेश एरन, डा. वीके बिंद्रा, डा. उमंग अरोरा, डा. जे वी चिकारा, डा. प्रियंवदा तोमर, चौधरी अमन सिंह, ओमपाल सिंह, अनुज शर्मा, डा. अमित, डा. आकाश, डा. बीपी सिंघल, डा. सुभाष यादव, डा. राहुल मित्तल, डा. अजय मलिक, डा. प्रदीप कुमार, डा. वीके अग्रवाल, डा. विश्वजीत बेम्बी आदि मौजूद रहे।

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