जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सेंट्रल मार्केट में आवासीय प्लाट पर बने तीन मंजिला कांप्लेक्स के ध्वस्तीकरण को रुकवाने व आरटीआई एक्टिविस्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए शास्त्री नगर में हजारों की संख्या में व्यापारी एकत्रित होंगे। नई सड़क तिराहा मार्केट व्यापार संघ के अध्यक्ष शील निदान वशिष्ठ का कहना है कि व्यापारियों के उत्पीड़न को लेकर आज शास्त्री नगर व जागृति विहार का बाजार बंद रखा जाएगा। इसके साथ ब्लैकमेलिंग करने वाले आरटीआई एक्टविस्ट के खिलाफ भी एसएसपी को शिकायत की जाएगी। वहीं, आवास विकास इंजीनियर का कहना है कि सेंट्रल मार्केट के 53 व्यापारियों के खिलाफ एसएसपी व नौचंदी थाने को रजिस्ट्री डाक से तहरीर भेज दी गई है। जल्द ही नोटिस के मिलने के बाद भी दुकान न खाली करने वालों पर मुकदमा दर्ज होगा।
17 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने व्यापारी की टाइम एक्सटेंशन मांग वाली याचिका स्वीकार करते हुए आवास विकास को जवाब दाखिल करने के लिए 21 दिन का समय देते हुए तब तक कार्रवाई नहीं करने का आदेश दिया। इससे पहले 17 दिसंबर 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में सेंट्रल मार्केट स्थित तीन मंजिला काप्ंलेक्स को ध्वस्त करने का आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने तीन महीने का समय दिया। 4 मार्च को व्यापारियों ने परिसर खाली करने के लिए और समय दिया जाने जाने की मांग वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की। 29 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने व्यापारियों की समय सीमा बढ़ाने वाली याचिका को खारिज कर दिया। आवास विकास परिषद ने 2 मई को सेंट्रल मार्केट में बनी 22 दुकानों को खाली करने का नोटिस चस्पा किया।
सेंट्रल मार्केट के व्यापारियों का कहना है कि मंगलवार को सेंट्रल मार्केट व जागृति विहार का बाजार पूरी तरह से बंद रखा जाएगा। आरटीआई कार्यकर्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी जाएगी। सेंट्रल मार्केट में आवासीय प्लाटों पर बने व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने ध्वस्तीकरण के आदेश जारी कर रखे है। कई दुकानदारों ने तत्काल नोटिस मिलने के बाद भी दुकानें खाली नहीं की है। आवास विकास इंजीनियर का कहना है कि सेंट्रल मार्केट में तीन मंजिला कांप्लेक्स के 22 दुकानदार व 31 अन्य दुकानदारों को चिंहित करते हुए उन्हें तत्काल नोटिस भेजा है। नोटिस के बाद भी दुकानें खाली नहीं हुई है। दुकानदारों के खिलाफ कोर्ट के आर्डर की अवहेलना का आरोप लगाते हुए एसएसपी आफिस व नौचंदी थाने में रजिस्ट्री डाक से शिकायती पत्र भेज दिया गया है।