जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: चीन और पाकिस्तान अब दूसरे तरीके से भारत को घेरने की कोशिश में जुटे हैं। अब ये दोनों दुश्मन देश भारत के पड़ोसी राज्यों को अपने पक्ष में करने की योजना बना रहे हैं। इसीलिए म्यांमार को अपने पाले में लाने के लिए दोनों हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
दरअसल, म्यांमार ने पाकिस्तान के साथ सैन्य हथियारों की खरीद के लिए एक डील की है। इस डील के तहत यह देश पाकिस्तान से 60-81 एमएम मोर्टार, M-79 ग्रेनेड लॉन्चर और मशीन गन खरीदेगा। इसको लेकर जल्द ही म्यांमार का प्रतिनिधि मंडल पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। जानकारों का कहना है कि चीन के हस्तक्षेप से पाकिस्तान को यह डील मिली है।
हवा से सतह पर वार करने वाली मिसाइल भी खरीदेगा म्यांमार
रिपोर्ट के मुताबिक, म्यांमार और पाकिस्तान के बीच व्यापारिक रिश्ते कुछ ज्यादा ही परवान चढ़ रहे हैं। पता चला है कि म्यांमार पाकिस्तान से हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल खरीदने की भी योजना बना रहा है। वह इन मिसाइलों की खरीदारी JF-17 फाइटर एयरक्राफ्ट्स के लिए करना चाहता है। म्यांमार ऐसा पहला देश था, जिसने JF-17 फाइटर एयरक्राफ्ट्स का आयात किया था। इन लाइट वेट मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट्स को पाकिस्तान और चीन ने मिलकर तैयार किया है।
चीन ने इस तरह बनाई रणनीति
चीन ने म्यांमार पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसलिए म्यांमार सीधे तौर पर चीन से ड्रोन नहीं खरीद सकता है। ऐसे में चीन ने हस्तक्षेप करके पाकिस्तान को बड़ी डील दिलवाने में मदद की है। इधर, म्यांमार में तख्तापलट के बाद पाकिस्तान लगातार अपनी करीबी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
इसके पीछे चीन भी एक वजह बनकर समाने आया है है, जो अपने ज्यादातर हथियारों की सप्लाई पाकिस्तान को कर रहा है। इतना ही नहीं चीन पाकिस्तान में सैन्य हथियारों का निर्माण भी कर रहा है। अब वह अपने हथियारों को बेचने और भारत को घेरने के लिए दूसरी सैन्य रणनीति तैयार करने में जुटा हुआ है।