- रोग बढ़ता गया ज्यों-ज्यों दवा की गई, भारी भरकम अमला, फिर भी शहर में हालात बेकाबू
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर के लोग जाम की समस्या से हलकान है। वहीं, दूसरी ओर बात करें तो जाम की समस्या से निजात के नाम पर जितने भी प्रयास किए गए उनसे बजाए राहत और समस्या बढ़ती जा रही है। वैसे तो जाम का एक कारण ई-रिक्शा भी हैं लेकिन काफी हद तक इसकी एक बड़ी वजह बाजार में शॉपिंग के लिए आने वालों की गाड़ियों भी हैं, जो पार्किंग की पुख्ता व्यवस्था न होने के चलते यहां वहां खड़ी कर दी जाती हैं।
दरअसल, पार्किंग के नाम पर जो भी कोशिशें अफसरों ने की वो फाइलों से बाहर नहीं निकल सकीं। जब जब शहर के जाम की बात की जाती है, तब तब बाजारों में आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग का जिक्र किया जाता है जिसका माकूल इंतजाम नहीं किया गया है। पिछले दिनों एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा ने तमाम संगठनों के साथ बैठक कर जाम की समस्या पर राय मांगी थी।
नगर निगम व कैंट बोर्ड की बैठकों में कई बार इस विषय पर चर्चा की गयी, लेकिन प्लान फाइलों में कैद होकर रह गए। वहीं, इस संबंध में एसपी यातायात राघवेंद्र मिश्रा का कहना है कि शीघ्र ही पूरा शहर जाम से मुक्त होगा। इसके लिए बडेÞ प्लान पर काम किया जा रहा है।
रैपिड प्रोजेक्ट बड़ी वजह
रैपिड रेल के प्रोजेक्ट के चलते शहर के कई हिस्सों में जाम लगा रहता है। आरोप लगता है कि इसके बाद भी पुलिस और प्रशासनिक अफसर जाम से निपटने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहे हैं। हर बार प्लानिंग की जाती है, लेकिन जाम से आमजन को कोई राहत नहीं मिल रही है।
भारी भरकम अमला
जाम की समस्या से लोगों को राहत के नाम पर टैÑफिक पुलिस का भारी भरकम अमला सड़कों पर उतार दिया गया है। केवल मुख्य मार्ग ही नहीं बल्कि शहर के तमाम छोटे से छोटे तिराहों व कटों पर भी इन दिनों टैÑफिक स्टॉफ को ड्यूटी पर लगा दिया गया है। फिर भी जाम का झाम नहीं संभल पा रहा है।
नो एंट्री बनी मुसीबत
शहर का पुराना हापुड़ स्टैंड चौराहा और बेगमपुल चौराहा ई-रिक्शा के लिए बैन कर दिया गया है। नो एंट्री के ये आदेश आसपास के इलाकों के लिए बड़ी मुसीबत का कारण बन गए हैं। बेगपुल चौराहे से सटे पीएल शर्मा रोड, तिलक रोड, सोतीगंज, थापरनगर, आबूलेन, सदर व बॉम्बे बाजार, लालकुर्ती पैंठ एरिया सरीखे इलाकों के लिए ई-रिक्शा मुसीबत बन गयी हैं। ई-रिक्शाओं की वजह से इन इलाकों में अब गलियों में भी जाम लगाने लगा है।