- बहुमंजिला बनेगा स्टेशन का भवन, सभी दफ्तर एक जगह होंगे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सिटी स्टेशन एयरपोर्ट जैसे लुक में बनाने के लिए 210 करोड़ के निर्माण कार्यांे के टेंडर जारी कर दिए गए। इस धनराशि से स्टेशन बहुमंजिला भवन बनेगा, सभी दफ्तर एक जगह हो जाएंगे। स्काई वॉक, शॉपिंग सेंटर और रेस्टोरेंट व जीआरपी व आरपीएफ के थानों का निर्माण भी किया जाएगा। अमृत भारत स्टेशन योजना में देशभर के जिन 554 स्टेशनों के पुनर्विकास की योजना में मेरठ के सिटी स्टेशन को भी शामिल किया गया।
सिटी स्टेशन को एयरपोर्ट जैसा लुक देने और एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं देने के लिए 252 करोड़ रुपये रेलवे मंत्रालय ने स्वीकृत किया। इस योजना का वर्चुअल उद्घाटन गत 28 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। रेलवे के इंजीनियर की टीम के साथ मिलकर एक प्राइवेट कंस्लटेंसी कंपनी ने इसका ब्लू प्रिंट तैयार किया। जुलाई में इसके टेंडर जारी होने की तैयारी थी कि सांसद अरुण गोविल ने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मिलकर रेलवे के अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करके उक्त योजना पर कार्य शुरू कराने का आग्रह किया था।
अगस्त में डीआरएम दिल्ली मंडल व अन्य अधिकारियों ने सांसद अरुण गोविल, राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत वाजपेई, पूर्व सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, कैंट विधायक अमित अग्रवाल आदि नेताओं के समक्ष इस योजना के ब्लू प्रिंट को उनके समक्ष प्रोजेक्टर के जरिए एलईडी पर डिस्पले करके समझाया था। जनप्रतिनिधियों को कुछ बदलाव करने का आग्रह किया था। इसके बाद दोबारा ब्लू प्रिंट तैयार किया गया। अब इसके निर्माण कार्यांे के टेंडर जारी किए गए। इस टेंडर में रेलवे स्टेशन के मुख्य भवन का निर्माण किया जाएगा।
इस भवन में रेलवे एसएस कक्ष, स्विच रूम, रिले रूम, वीआईपी रूम, वेटिंग रूम, रिटायरिंग रूम, रेस्टोरेंट, शॉपिंग सेंटर, कोचिंग डिपो अधिकारी, पीडब्लूआई, पार्सल गोदाम, विद्युत इंजीनियरिंग अनुभाग का दफ्तर, लोको पायलेट रूम, वाणिज्यक निरीक्षक कक्ष, फूड इंस्पेक्टर कक्ष, टिकट विंडो, एक इन और एक आउट गेट, बड़ी पार्किंग, लैंड स्केप, मुख्य टिकट निरीक्षक आदि सभी अनुभागों के कक्ष का निर्माण होगा। एयरपोर्ट की तर्ज पर स्काई वॉक ब्रिज बनाया जाएगा। यह पुल 36 मीटर चौड़ा होगा।
यह पुल प्लेटफार्म नंबर एक से पांच के साथ-साथ अंतिम रेलवे लाइन के पीछे बनाई जाने वाली रोड तक बनाया जाएगा। इसपर वेटिंग ऐरिया भी होगा, जिसपर यात्री बैठकर आराम कर सकेंगे। स्टेशन पर कैफे और रेस्टोरेंट बनेंगे। रेलवे ट्रैक नंबर 10 के पीछे जिस नई सड़क का निर्माण रेलवे साबुन गोदाम और रोहटा रोड फाजलपुर की ओर से सिटी स्टेशन आने जाने के लिए निर्माण करेगा, उसे भी जोड़ेगा। सेंकेंड एंट्री पर टिकट विंडो भी बनेगी।
डा. भीमराव आंबेडकर हवाई पट्टी की सुध नहीं
मेरठ: सिटी स्टेशन को एयरपोर्ट लुक देने के लिए 210 करोड़ खर्च करने की तैयारी है। प्रोजेक्ट पूरा होते होते हो सकता है कि बजट और भी बढ़ा दिया जाए। देश के सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में शुमार मेरठ रेलवे स्टेशन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों की संख्या कम हो, लेकिन स्टेशन के एयरपोर्ट लुक देकर फील गुड़ तो कराया जा ही सकता है और शायद अफसरों की भी मंशा ऐसी ही हो, लेकिन इसके साथ यदि अफसर और पब्लिक के नुमाइंदे परतापुर की आंबेडकर हवाई पट्टी की भी सुध ले ले और वहां हवाई उड़ान शुरू कर दें तो शहरवासियों को वास्तविक फीड गुड़ हो जाएगा।
परतापुर स्थित डा. भीमराव आंबेडकर हवाई पट्टी से उड़ान को लेकर नेताओं के यदि दावों की बातें करें तो एक किताब छापी जा सकती है। ऐसा नहीं कि मेरठ में नेताओं खासकर ऐसे नेताओं की जिनका दावा है कि उनकी बात सरकार में सुनी जाती है और वो असर भी रखते हैं, कोई कमी हो, लेकिन जहां तक सरकार में बात सुने जाने के दावे की बात है तो शहर के कुछ लोगों का अब मानना है कि यह बात अब कुछ हजम नहीं हो पा रही है, वर्ना ऐसा क्या कारण है, जो परतापुर स्थित आंबेडकर हवाई पट्टी से उड़ान शुरू नहीं हो सकी है।
जेवर जहां मेरठ के बाद काम शुरू हुआ, वहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन कर शुरू भी करा दिया गया। सहारनपुर और मुरादाबाद तमाम जगह उड़ाने शुरू करा दी गयी हैं। वहां की पब्लिक को फील गुड़ वहां के दमखम वाले नेताओं ने करा दिया। किसी को कानों कान भनक तक नहीं लगने दी गयी। मेरठी नेताओं के दावों ने पब्लिक के कान पका दिए हैं, लेकिन हवाई उड़ान फिर भी नहीं शुरू करा पाए।