- बिजली कर्मचारी और पुलिस पहुंचे थे कालियागढ़ी में खंभा हटाने को
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेडिकल थाना के कालियागढ़ी में एक स्कूल के बाहर लगे बिजली के खंभा को हटाने को लेकर सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। घंटों चले हंगामे के बाद भी बिजली का खंभा हटाया नहीं जा सका। पुलिस वाले व बिजली का स्टाफ खाली हाथ लौट गया। जाग्रति विहार कालियागढ़ी में रेनू जोगी नाम की महिला घर में ही स्कूल संचालित करती हैं।
उनके घर के बाहर एक खंभा लगा है। बकौल, रेनू जोगी इस खंभे से अक्सर बिजली का करंट दीवार में उतर आता है। इससे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को कई बार नुकसान पहुंचा है। उन्होंने इस खंभे को हटाने की मांग को लेकर प्रदेश के ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेन्द्र तोमर को पत्र भी दिया था।
दरअसल, रेनू खुद को भाजपा की कार्यकर्ता बताती हैं। हालांकि लोगों ने बताया कि इससे पहले वह अन्य दलों में थीं, जब से सरकार आयी है तब से वह खुद को भाजपाई बताने लगीं है। रेनू के पत्र पर ऊर्जा राज्यमंत्री ने बिजली विभाग के संबंधित अधिकारी को जो उचित हो वह करने को कहा। सोमवार को बिजली विभाग का एक दस्ता व मेडिकल पुलिस यह खंभा हटाने पहुंच गयीं। रेनू चाहती थीं कि सामने वाले वीरेन्द्र उपाध्याय के मकान के बाहर यह खंभा शिफ्ट कर दिया जाए, लेकिन वीरेन्द्र उपाध्याय के मकान के बाहर गेल गैस का पाइप जा रहा है।
उन्होंने खंभा घर के बाहर लगाने का विरोध किया। उनका कहना था कि यदि उनके घर के बाहर खंभा लगेगा तो गेल गैस की पाइप लाइन के फटने का अंदेशा है। इससे बड़ा हादसा हो सकता है। इसके अलावा हाइटेंशन लाइन उनके घर के पास से होकर गुजरेगी तो भी खतरा है। इसको लेकर करीब दो घंटे तक जमकर हंगामा चलता रहा। बाद में तय किया गया कि कुछ इंच की दूरी पर खंभा शिफ्ट कर दिया जाएगा। उसके बाद मामला शांत हो सका।
विवाद के चलते नहीं होगा रामलीला का मंचन
मवाना: नगर में गुड़ मंडी, तहसील रोड आदि पर आयोजित होने वाली आगे पर आयोजित होने वाली रामलीला का मंचन विवाद की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। पांच दिन पूर्व ठेके की बोली के समय हुए विवाद के चलते सोमवार को रामलीला कमेटी के अध्यक्षों ने उपजिलाधिकारी से मुलाकात कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने तक रामलीला मंचन नहीं किए जाने की।
बता दे की नगर की गुड़ मंडी, हीरालाल मोहल्ला, तहसील रोड, किला बस स्टैंड पर आयोजित होने वाली रामलीला विवाद की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। पांच दिन पूर्व किला बस स्टैंड पर रामलीला कमेटी के पदाधिकारी ठेके की नीलामी कर रहे थे। आप है कि इस दौरान कुछ ऐसा सामाजिक तत्वों ने कमेटी के पदाधिकारी से मारपीट का प्रयास करते हुए ठेका अपने हक में छोड़े जाने की बात कही। कमेटी पदाधिकारी ने सामाजिक तत्वों के खिलाफ थाने पर मुकदमा दर्ज कराया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने से क्षुब्ध लोगों ने उपजिलाधिकारी अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस दौरान पालिका अध्यक्ष अखिल कौशिक के साथ कमेटी के अन्य सदस्यों ने पुलिस प्रशासन द्वारा असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने से रोष व्याप्त किया और चेतावनी दी कि जब तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तब तक रामलीला नगर में किसी भी स्थान पर रामलीला का मंचन नहीं किया जाएगा।
घटना पर पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने व अपराधियों को संरक्षण देने का विरोध किया। जिसमें सभी रामलीला कमेटी का पदाधिकारी ने निर्णय लिया कि यदि अपराधियों पर जब तक कानूनी कार्रवाई नहीं होती तब तक नगर में कोई भी रामलीला का मंचन नहीं होगा। जिसमें आज भगवान श्री रामलीला कमेटी मवाना द्वारा मंच व लीला का उद्घाटन, लेकिन पदाधिकारी में नाराजगी के कारण निर्णय हुआ कि उद्घाटन व रामलीला का शुभारंभ नहीं होगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में भगवान श्रीरामलीला कमेटी नगर से अध्यक्ष अखिल कौशिक, उपाध्यक्ष सुभाष दीक्षित, प्रबंधक राजेंद्र चौहान, उपाध्यक्ष डा. ओमपाल चौहान, संजय शर्मा, रविकांत कंसल, शिवनारायण, महेश आर्य, मुकेश कुमार आदि मौजूद रहे।