जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: महानगर में तालाबों की गंदगी लाखों लोगों के लिए मुसीबत बनी है। तालाबों में सिटी अटी पड़ी है और गंदा पानी भरा है। दुर्गंध की वजह से लोगों का जीना मुहाल है। तालाबों की सफाई और सौंदर्यीकरण अमृत योजना में लटका पड़ा है। बरसात का मौसम शुरू हो गया। बारिश में तालाबों का गंदगी रास्तों पर फैल जाएगी, इसको लेकर क्षेत्रवासी परेशान हैं। पार्षद नगर निगम में गुहार कर रहे हैं, लेकिन समस्या का हल नहीं हो पा रहा।
दरअसल महानगर में अनेक वार्डो में तालाब हैं। तारापुरी, श्यामनगर, फतेहउल्लाहपुर रोड, लिसाड़ी, जैनपुर, पूर्वा अहमद नगर, कंचनपुर घोपला, लोहियानगर, काजीपुर, पूठा, रिठानी, सोफीपुर आदि क्षेत्रों में तालाबों की हालत नालों जैसी हो रही है। जिस तरह नाले सिल्ट से अटे रहते हैं, उसी तरह महानगर के तालाब गंदगी से अटे रहते हैं। इन तलाबों के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है, उल्टा इनमें गली मोहल्लों का गंदा पानी भर रहा है। गंदगी की वजह से लोगों का जीना मुहाल है। तालाबों में गंदगी की वह से जहां दुर्गंध उठती रहती है, वहीं मच्छरों की भरमार हो रही है, जिन्होंने लोगों की रात की नींद छीन ली है। बरसात का मौसम शुरू हो गया है, ऐसे में तालाबों का गंदा पानी और गंदगी सड़कों पर फैल जाएगी, जिससे लोगों की दुश्वारियां और बढ़ जाएंगी। इसको लेकर क्षेत्रवासी खासे चिंतित हैं। पार्षद मोहम्मद शहजाद, कुलदीप कीर्ति, भूपेन्द्र सिंह, नाजमीन शाहिद आदि पार्षद अपने-अपने वार्ड में तालाबों की सफाई और सौंदर्यीकरण की मांग कर चुके हैं। लगभग साढ़े तीन करोड़ की लागत से तालाबों की सफाई और सौंदर्यीकरण के प्रस्ताव तैयार हैं। उक्त कार्य अमृत योजना के तहत कराए जाने हैं। इसके लिए शासन से धन मिलने का इंतजार है। इस योजना में तालाबों की सफाई और वहां फुटपाथ और बैठने के बेंच तथा पौधरोपण किया जाना प्रस्तावित है, लेकिन समय से धन न मिलने के कारण उक्त कार्य अब बरसात बाद होने की संभावना है।
अमृत योजना में होगा तालाबों का सौंदर्यीकरण
नगरायुक्त सौरभ गंगवार का कहना है कि तालाबों की सफाई और सौंदर्यीकरण अमृत योजना के तहत किया जाएगा। इसके लिए शासन को प्रस्ताव तैयार करके भेजे गए हैं। पूर्व में शासन से मिली धनराशि से अनेक तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। अन्य का शासन से धन मिलने पर सौंदर्यीकरण किया जाएगा।