जनवाणी ब्यूरो |
यूपी: आज गुरूवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चार दिवसीय रामायण मेले का उद्घाटन करेंगे। बताया जा रहा है कि पांच से आठ दिसंबर तक सरयू तट स्थित रामकथा पार्क में गीत-संगीत व अध्यात्म की त्रिवेणी प्रवाहमान होगी। वहीं, सीएम योगी इस दौरान हनुमानगढ़ी व रामलला के दरबार में भी हाजिरी लगाएंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री की जानकी महल ट्रस्ट में चल रहे विवाहोत्सव में भी शामिल होने की संभावना है।
रामलला के दरबार में हाजिरी लगाएंगे सीएम योगी
मिली जानकारी के अनुसार,सीएम योगी आदित्यनाथ दोपहर 12 बजे हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन के लिए जाएंगे। इसके बाद 12:20 बजे रामलला के दरबार में हाजिरी लगाएंगे और राममंदिर निर्माण की प्रगति देखेंगे। रामलला के दर्शन के बाद 12:45 बजे महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पहुंचेंगे और मुंबई के लिए रवाना होंगे।
रामायण मेला में ये भी होंगी प्रस्तूति
उधर, रामायण मेला समिति के संयोजक आशीष मिश्र ने बताया कि हर साल की तरह इस वर्ष भी रामायण मेला में न सिर्फ धार्मिक कार्यक्रम होंगे, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। रामायण मेले में चार दिनों तक कथा, प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक गायन, नृत्य नाटिका आदि की प्रस्तुति होगी।
संस्कृति विभाग के विभिन्न जिलों के 20 से अधिक कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। साथ ही चार दिनों तक अलग-अलग कथा प्रवाचकों की ओर से रामकथा का प्रवचन भी किया जाएगा।
कब से शुरू हुआ था रामायण मेला?
प्रख्यात समाजवादी चिंतक डॉ. राम मनोहर लोहिया की परिकल्पना पर पहले चित्रकूट और बाद में अयोध्या में रामायण मेले का आयोजन शुरू किया गया था। कांग्रेस शासन में तत्कालीन सीएम श्रीपति मिश्र ने 1982 में अयोध्या के रामायण मेला का उद्घाटन किया था।
इसके लिए रामायण मेला समिति को व्यवस्था और संतों के प्रवचन आदि के आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई। सरकारी तौर पर तभी से संस्कृति विभाग अपने फंड से सांस्कृतिक कार्यक्रमों और रामलीलाओं के प्रस्तुतीकरण का दायित्व उठाता आ रहा है।